नयी दिल्ली:आज राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धारा 370 से संबंधित संकल्प प्रस्ताव पेश किया और राज्य को दो हिस्सों में बांटते हुए उन्हें केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया. सरकार के इस फैसले के बाद से ही संवेदनशील इलाकों में हालात बिगड़ने का अंदेशा है. इसलिए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि सुरक्षा व्यवस्था पर खास ध्यान दें.
Ministry of Home Affairs issues an order to Chief Secretaries & Director Generals of Police (DGPs) of all state/UTs and Commissioner of Police, Delhi that immediate instruction may be issued to security forces & law enforcement agencies in all states to put them on maximum alert pic.twitter.com/LRyMhCoRbU
— ANI (@ANI) August 5, 2019
गृह मंत्रालय ने सुरक्षाबलों को निर्देश दिया है कि जम्मू-कश्मीर के निवासियों, विशेष रुप से देश के विभिन्न हिस्सों में छात्रों की सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया जाए. ये निर्देश देश के विभिन्न इलाकों से जम्मू-कश्मीर में पढ़ाई कर रहे छात्रों और देश के अलग-अलग हिस्सों में जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए जारी किया गया है.
8 हजार अतिरिक्त जवान घाटी में तैनात
बता दें कि उत्तर-प्रदेश, ओड़िशा, असम और देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात अर्धसैनिक बल के आठ हजार जवानों को घाटी में तैनात किया गया है. कश्मीर में हालात बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है. इसके साथ ही भारतीय थल सेना और वायुसेना को भी हाई-अलर्ट पर रखा गया है.
Close to 8,000 paramilitary troops airlifted and moved in from Uttar Pradesh, Odisha, Assam and other parts of the country to the Kashmir valley. Troops induction still going on. pic.twitter.com/9y4P8RlBuT
— ANI (@ANI) August 5, 2019
संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा पर जोर
गौरतलब है कि सभी राज्यों, संघ राज्य क्षेत्रों, पुलिस आयुक्तों, दिल्ली के मुख्य सचिव और निदेशक जनरलों को आदेश दिया गया है कि सभी राज्यों में सुरक्षा बलों और सुरक्षा एजेंसियों को हाई-अलर्ट पर रखा जाये. संवेदनशील इलाकों में ज्यादा से ज्यादा संख्या में जवानों को तैनात किए जाने का आदेश दिया गया.