नयी दिल्ली : ओड़िशा में आये चक्रवात फणी से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में कृषि एवं बागवानी फसलों की बर्बादी का आकलन करने के लिए एक केंद्रीय दल एक-दो दिन में राज्य का दौरा करेगा. सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि एक दल का गठन किया गया है, जो एक या दो दिन के भीतर नुकसान की मात्रा का आकलन करने के लिए ओड़िशा रवाना होगा.
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उन्होंने कहा कि एक सप्ताह पहले राज्य के तटीय जिलों में आये अत्यधिक भीषण चक्रवात में हजारों नारियल और आम के पेड़ उखड़ गये हैं. यहां तक कि तटीय क्षेत्रों में कृषि भूमि साफ हो गयी है. राज्य सरकार के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, चक्रवात के कारण ओड़िशा में 30 फीसदी से अधिक फसल खराब हो गयी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य के 14 जिलों में 1,00,000 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि बुरी तरह प्रभावित हुई है.
केंद्र सरकार के अधिकारी ने यह भी उल्लेख किया है कि टीम आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल का दौरा नहीं कर सकती है, क्योंकि इन दोनों राज्यों में बहुत अधिक नुकसान नहीं हुआ है. ओड़िशा के मामले में राज्य अभी भी चक्रवाती तूफान के बाद के प्रभावों की चपेट में है और पूरी राज्य मशीनरी व्यवस्था को सामान्य बनाने के कठिन काम में लगी है.