नयी दिल्ली : दोहा में चल रहे इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन (आइपीयू) की बैठक में भारत और दूसरे मुल्कों के साथ साझापन के रिश्तों को मजबूत करने की संभावनाओं पर चर्चा हुई. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के नेतृत्व में गये भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ चौथे वर्ल्ड कांफ्रेस ऑफ स्पीकर्स ऑफ पार्लियामेंट की बैठक हुई जिसमें जिसमें भारत के प्रतिनिधिमंडल ने दूसरे मुल्कों के साथ रिश्तों को बढ़ाने पर जोर दिया.
मालावी, मोजांबिक, जिम्बाब्वे जैसे देशों ने साइक्लोन की चर्चा करते हुए कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है और इससे निपटने में सबका सहयोग चाहिए. इन देशों की चिंता पर भारत की ओर से हरिवंश ने कहा कि साइक्लोन के समय भारत दुनिया का पहला देश था, जिसने साइक्लोन प्रभावित देश में विशेष मेडिकल कैंप आदि के जरिये सहायता की थी. ऐसी आपदा की स्थिति में भारत हमेशा सबसे पहले तैयार रहता है और आगे भी रहते हुए अपने फर्ज को निभायेगा.
इस सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे देश, शांति, सुरक्षा, सतत विकास, लोकतंत्र की मजबूती, मानवाधिकार, व्यापार समेत कई मसलों पर आपस में बातचीत कर आपसी रिश्ते को मजबूत करने पर विचार कर रहे हैं. नेपाल से आये सदस्यों ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर वहां आने का निमंत्रण दिया.