गुरूग्राम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के कुंडली-मानेसर सेक्शन और गुरूग्राम से बल्लभगढ़-मुजेसर मेट्रो रेल लिंक का आज उद्घाटन किया. इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कुण्डली- मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित करने का मौका मिला है.
इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कामनवेल्थ गेम्स में होना था. लेकिन कामनवेल्थ खेल की जो गति की गई, वही कहानी इस एक्सप्रेस वे की भी है. मुझे ध्यान है कि जब प्रगति की बैठकों में मैंने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करनी शुरु की थी, तो कितने सारे पेंच पता चले थे.
पहले की सरकार में जिस तरह काम हुआ, वो एक केस स्टडी है कि कैसे जनता के पैसे को बर्बाद किया जाता है. जब ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, तो अनुमान लगाया गया था कि इस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे. आज इतने वर्षों की देरी की वजह से इसकी लागत बढ़कर 3 गुना से ज्यादा हो गई. लोग वही हैं, काम करने वाले वही हैं, लेकिन जब इच्छाशक्ति हो, संकल्पशक्ति हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है.
यही वजह है कि जहां साल 2014 से पहले देश में एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे बनते थे, आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे का प्रतिदिन निर्माण हो रहा है.