नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने वृहस्पतिवार को कहा कि वह उस याचिका पर विचार करेगा जिसमें यह मांग की गयी है कि आपराधिक मामलों में दोषी करार दिये जाने वाले नेताओं के चुनाव लड़ने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जाये. एक पीआईएल पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि यह मामला गंभीर है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई वाली बेंच ने याचिकाकर्ता से कहा कि वह अपनी मांग से न भटकें.
याचिका में कहा गया है कि जब एक सरकारी कर्मचारी/अधिकारी की नौकरी सजा के बाद उम्रभर के लिए खत्म हो जाती है तो फिर नेताओं को इतनी कम सजा क्यों? सुप्रीम कोर्ट ने दागी नेताओं के मुद्दे को गंभीर बताते हुए कहा है कि वह इस मामले पर 4 दिसंबर को सुनवाई करेगा.