मुंबई : मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या के सिलसिले में ताजा मामला महाराष्ट्र के बीड़ जिले का है जहां 35 वर्षीय व्यक्ति ने मंगलवारको कथित तौर पर जान दे दी. पुलिस ने बताया कि तेज तहसील के वीदा गांव निवासी अभिजीत देशमुख ने अपने घर के समीप एक पेड़ से फांसी लगा ली.
बीड के पुलिस अधीक्षक जी श्रीधर ने कहा, ‘हमें एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने बताया कि वह मराठा आरक्षण की मांग के समर्थन में यह कदम उठा रहा है.’ एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि नोट में उसकी आत्महत्या के पीछे कई वजह जैसे बेरोजगारी और बैंक का बकाया कर्ज आदि भी बतायी गयी है. मराठा आरक्षण के मुद्दे पर राज्य में आत्महत्या का यह पांचवां मामला है. पुलिस ने बताया कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर नांदेड जिले में 29 जुलाई को 38 वर्षीय व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. मुंबई से करीब 570 किलोमीटर दूर नांदेड के धाबाद गांव में काचरू कल्याणे ने अपने घर में पंखे से फांसी लगा ली. कल्याणे ने उस समय फांसी लगायी जब 29 जुलाई को उसके घर के सदस्य कुछ काम से बाहर गये हुए थे. उन्होंने बताया कि कल्याणे के शव के समीप मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि वह आरक्षण के लिए मराठा समुदाय की मांग को लेकर अपनी जिंदगी खत्म कर रहा है.
पुलिस ने बताया कि इस मुद्दे पर 29 जुलाई को औरंगाबाद में एक चलती ट्रेन के सामने कूदकर 35 वर्षीय व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. पिछले सप्ताह औरंगाबाद में दो व्यक्तियों ने आत्महत्या की थी, जबकि एक अन्य की आंदोलनकारियों की हिंसा के दौरान मौत हो गयी थी. मराठा संगठनों ने कहा कि उनकी आरक्षण की मांग के समर्थन में नौ अगस्त को मुंबई में एक महारैली की जायेगी.