नयी दिल्ली : निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश में मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर खामियों के आरापों पर रविवर को जांच के आदेश दिए. आयोग ने मुद्दे पर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के मिलने के तुरंत बाद आरोपों की जांच के लिए दो टीम गठित कर दीं. इन टीमों को सात जून तक आयोग को रिपोर्ट सौंपनी होगी.
कांग्रेस ने दावा किया कि राज्य में कम से कम 60 लाख फर्जी मतदाता हैं जहां नवंबर में विधानसभा चुनाव होना है. पार्टी ने अपने आरोपों के समर्थन में कुछ सबूत भी आयोग को सौंपे.
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा , हमने निर्वाचन आयोग को सबूत सौंपे हैं. राज्य में लगभग 60 लाख फर्जी मतदाता पंजीकृत हैं. ये महज गलतियां नहीं हैं. राज्य में भाजपा सरकार के इशारे पर सूची में जानबूझकर छेड़छाड़ की गई है.
निर्वाचन आयोग की टीमें खामियों को देखने के लिए नरेला , भोजपुर , सिवनी – मालवा और होशंगाबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगी. आयोग ने कहा कि सोमवार को राज्य पहुंचने के बाद टीमें बहु और फर्जी प्रविष्टियों के लिए जिम्मेदारी भी तय करेंगी.