जम्मू: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक दिन के दौरे पर सोमवार को लेह पहुंच चुके हैं. सेना के कार्यक्रम में लेह पहुंचे राष्ट्रपति का शानदार स्वागत किया गया. सीमा पर चीन और भारत के बीच जारी तनाव के दौरान कोविंद का दौरा अहम माना जा रहा है. राष्ट्रपति के लद्दाख दौरे के एक दिन पूर्व ही यहां सेना प्रमुख भी पहुंचे हैं. राष्ट्रपति और देश के सर्वोच्च सेनापति का चीन सीमा पर होना चीन को साफ संकेत है, कि वह अपनी सीमा में रहे.
लद्दाख में चीन के सैनिकों ने भारतीय सेना पर किया हमला, देखें VIDEO
यहां उल्लेख कर दें कि थलसेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत रविवार को 3 दिवसीय दौरे पर लेह पहुंचे और यहां उन्होंने उत्तरी कमान के वरिष्ठ अधिकारियों से जम्मू कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य पर विचार-विमर्श किया. भारतीय राष्ट्रपति का दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब लद्दाख में पेन्गांग झील के पास 15 अगस्त को दो स्थानों पर चीनी सेना के घुसपैठ का मामला गरम है. भारतीय सेना ने घुसपैठ कर रहे चीनी सेना के जवानों को दोनों बार यहां से खदेड़ दिया था.
क्या डोकलाम मुद्दे पर चीन का विरोध वहां की उलझी घरेलू राजनीति से भी जुड़ा हुआ है?
राष्ट्रपति कोविंद ने युद्ध के मैदान में वीरता की मिसाल बनी सेना की लद्दाख स्काउट्स की सभी 5 बटालियनों को कलर्स प्रदान किया. लद्दाख स्काउट्स पहले सेना की स्थायी यूनिट में शामिल नहीं थी. कारगिल युद्ध जीतने में इसके सैनिकों ने असाधारण वीरता दिखाकर भारतीयों का मन जीत लिया था जिसके बाद 2001 में इन्हें भारतीय सेना का हिस्सा बना दिया गया.
देखें भारत और चीन के सैनिक कैसे भिड़े