पूर्णिया. पूर्णिया कालेज में बीबीए और बीसीए विभाग की ओर से राष्ट्रीय खेल दिवस को लेकर खेल मेजर ध्यानचंद को शिद्दत से याद किया गया. गोष्ठी की शुरुआत दीप प्रज्वलन और श्रद्धांजलि अर्पण से की गई. इस अवसर पर कालेज की प्रधानाचार्या प्रो. सावित्री सिंह ने खेल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर विद्यार्थी में कोई न कोई हुनर होता ही है, जिसे बस उभारकर सामने लाने की जरूरत है. उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी-अपनी पसंद के खेलों से जुड़ने का अनुरोध किया. वहीं प्रोफेसर डॉ शंभु लाल वर्मा ने मेजर ध्यानचंद जी की उपलब्धि पर प्रकाश डाला. पूर्णिया विश्वविद्यालय के खेल प्रभारी डॉ. सीके मिश्रा ने राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने पर जोर दिया. मंच संचालन डॉ. अंकिता विश्वकर्मा ने किया. इस अवसर पर प्रोफेसर इश्तियाक अहमद, प्रो राकेश, डॉ. अकरमुल्ला खां, डॉ. देवेन्द्र पाठक, डॉ. मनीष, डॉ. मनमोहन कृष्णा, डॉ. मुजाहिद हुसैन, डॉ. सविता ओझा, डॉ. सीता कुमारी, प्रो अमृता सिंह, सीए राजेश झा आदि सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. कबड्डी से हुआ आगाज खेल दिवस समारोह के दूसरे सत्र में कबड्डी मैच का आयोजन हुआ. इसमें अलग-अलग मैचों में बीबीए और बीसीए के पुरुष और महिला खिलाडियों ने हिस्सा लिया. महिला संवर्ग कबड्डी में बीसीए ने जीत दर्ज की, जबकि पुरुष संवर्ग मैच में बीबीए ने जीत हासिल की. इन मैचों में प्रणव, राज, आनंद, सुशांत, राहुल, अश्विनी, मोहित, द्वारिका, अंकित, काव्या, अदिति, खुशी, आर्या, साक्षी, अपर्णा, सरिता, जुबेरा आदि खिलाड़ियों ने भाग लिया रेफरी प्रियांशु राज थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

