धनबाद.
हृदयाघात (हार्ट अर्टक) के मरीज को समय पर इलाज नहीं मिलने पर रविवार को उसकी मौत हो गयी. भौंरा के नगीना बाजार निवासी सुरेंद्र साव रविवार को अपनी पत्नी के साथ धनबाद आये थे. स्टेशन रोड में उनकी तबीयत बिगड़ गयी और वह गिर गये. काफी देर तक वह स्टेशन रोड में ही पड़े रहे. बाद में स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें ऑटो से सदर अस्पताल भेजा गया. उनकी पत्नी ने बताया कि सदर अस्पताल पहुंचने पर लगभग आधे घंटे चिकित्सक का इंतजार किया. बाद में स्वास्थ्य कर्मियों ने अस्पताल में हृदयाघात का इलाज उपलब्ध नहीं होने का हवाला देते हुए उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी. इस पर वह अपने पति को लेकर एसएनएमएमसीएच की ओर जाने लगी. इस बीच रास्ते में उनकी मौत हो गयी. एसएनएमएमसीएच के इमरजेंसी में पहुंचने पर चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. समय पर इलाज मिलता, तो बच जाती जानसूचना मिलने पर एसएनएमएमसीएच पहुंचे मृतक के पुत्र व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. मृतक के पुत्र ने बताया कि अगर समय पर उनके पिता को चिकित्सा सुविधा मिलती, तो उनकी जान बच सकती थी. वहीं सुरेंद्र साव की पत्नी ने कहा कि सदर अस्पताल में चिकित्सक होते और इलाज शुरू करते तो आज उनके पति जिंदा होते. बता दें कि सुरेंद्र साव की मोहलबनी में खैनी की दुकान है. वह घर के एकलौता कमाने वाले सदस्य थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है