मारगोमुंडा. प्रखंड क्षेत्र में निर्माणाधीन वृहत पेयजलापूर्ति योजना की स्थिति बदहाल है. बताया जाता है. करोड़ों की लागत वाली योजना से विभिन्न गांवों में पाइपलाइन के जरिये विभिन्न घरों में पानी पहुंचाया जाना था. लेकिन पांच सालों में जलमीनार का कार्य पूरा नहीं किया जा सका. वहीं पाइपलाइन बिछाने का काम भी अधूरा पड़ा हुआ है, जिसके कारण घरों तक पानी का कनेक्शन नहीं पहुंच पाया. बताया जाता है कि 2019 में सौ करोड़ की लागत से श्रीराम इपीसी को कार्य करने का भार सौंपा गया था. इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी आधे अधूरे कार्य रह जाने के कारण लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि पेयजलापूर्ति योजना का कार्य शुरू होने से पाइपलाइन के द्वारा घर-घर पानी पहुंचाने की आस जगी थी. लेकिन कार्य शुरू होने के बाद सालों बीत जाने के बाद भी कार्य अधूरा ही पड़ा होने से ग्रामीणों के बीच ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. ग्रामीणों ने बताया कि कार्य में शिथिलता बरती जा रही है, जिसके कारण कार्य अधूरा पड़ा है. वहीं बताया कि गर्मी ने दस्तक दे दी है, जिसके कारण कुएं, चापानलों का पानी सूखना शुरू हो गया है. पानी का लेयर भी नीचे जाने लगा है. ग्रामीणों ने पेयजलापूर्ति योजना के कार्य को पूरा कर घर घर पानी सप्लाई कराने की मांग की है. पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल की ओर से जलमीनार बनवायी जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है