विगत तीन दिनों में आपातकालीन विभाग में रही अफरा तफरी की स्थिति
भीड़ के कारण कई परिजन निजी अस्पताल ले गये मरीज
व्यवस्था में कमी की बताते हुये चिकित्सकों ने भी कई मरीजों को कर दिया बाहर रेफरफोटो. 19
परिचय. आपातकालीन विभाग में उमड़ी भीड़
प्रतिनिधि, दरभंगा.
जूनियर चिकित्सकों ने संभाले रखी कमान
अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था जूनियर चिकित्सकों ने संभाले रखी. वरीय चिकित्सक पूर्व की तरह ही गायब रहे. कर्मियों का कहना रहा कि तीन दिनों से शिफ्ट के अनुसार जूनियर चिकित्सक ही चिकित्सा कर रहे हैं. अधिकांश सीनियर डॉक्टर नदारद रहे. चिकित्सा के क्रम में परेशानी होने पर ही वरीय चिकित्सकों से जूनियर डॉक्टरों ने फोन पर परामर्श लिया. वरीय चिकित्सकों के विभाग नहीं पहुंचने से मरीज व परिजनों को परेशानी झेलनी पड़ी.उपाधीक्षक ने विभाग का किया निरीक्षण
होली के दिन करीब एक घंटा तक उपाधीक्षक डॉ हरेंद्र कुमार आपातकालीन विभाग में रहे. इस दौरान पीओडी व एसओडी डयूटी पर उपस्थित मिले. अन्य कर्मी भी सामान्य रूप से चिकित्सा प्रक्रिया में शामिल थे. उपाधीक्षक ने बेहतर चिकित्सा के मद्देनजर चिकित्सक एवं कर्मियों को निर्देश दिये. पहले की अपेक्षा कम रही मरीजों की संख्याआपातकालीन विभाग के कर्मियों की मानें तो पहले की अपेक्षा स्थिति में सुधार हुआ है. पिछले साल होली के मौके पर आधे दर्जन से अधिक लोगों की मौत मारपीट व दुर्घटना के कारण हुई थी. आपातकालीन विभाग में 300 से अधिक केस आये थे.
होली के दिन मरीजों की बेहतर चिकित्सा व्यवस्था को लेकर आपातकालीन विभाग को तैयार किया गया था. वहां डॉक्टर व कर्मी उपस्थित थे. बेड के अभाव में मरीजों को नीचे लिटा कर इलाज करना पड़ा. इस दौरान किसी को किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई.डॉ हरेंद्र कुमार उपाधीक्षक

