Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा एक अत्यंत प्रभावशाली और दिव्य संत थे, जिनकी उपस्थिति में अद्वितीय शांति और आध्यात्मिक शक्ति महसूस होती थी. भले ही आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और शिक्षाएं अब भी लाखों दिलों में अमर हैं. वे केवल एक साधु नहीं थे, बल्कि अपने भक्तों के लिए भगवान के रूप में पूजे जाते थे. उनकी हनुमान जी के प्रति गहरी भक्ति उन्हें हनुमान का अवतार मानने वालों के लिए एक आदर्श बनाती थी. उनका प्रमुख आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम में है, जो एक तीर्थ स्थल बन चुका है, जहां हर दिन भक्त उनके दर्शन और आशीर्वाद के लिए आते हैं. उनके आशीर्वाद से न केवल भारतीय बल्कि कई विदेशी भी लाभान्वित हो चुके हैं. उनका जीवन सादगी, प्रेम, सेवा और करुणा से परिपूर्ण था, जो आज भी हर व्यक्ति के दिल में जीवित है. अगर आप भी नीम करोली बाबा के आश्रम कैंची धाम जाना चाहते हैं, तो वहां से कुछ चीजों का लाना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसे में वापस लौटते समय जरूर इन चीजों को घर लाएं.
- कैंची धाम से वापस लौटते समय नीम करोली बाबा की तस्वीर को जरूर घर लाएं. इनकी तस्वीर को घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जबकि नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
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- नीम करोली बाबा के आश्रम कैंची धाम से वापस लौटते समय वहां की मिट्टी घर पर लाना बहुत शुभ माना जाता है. यह घर में सुख-समृद्धि लाने का काम करता है. इसके अलावा, घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है.
- नीम करोली बाबा को कंबल बहुत प्रिय था. ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि बाबा की कृपा आप पर बनी रहे, तो कैंची धाम से कंबल जरूर लाएं, क्योंकि यह नीम करोली बाबा के प्रति श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है.
- कैंची धाम से वापस लौटते समय आश्रम का प्रसाद घर पर जरूर लाएं. यहां खास तौर पर चने का प्रसाद मिलता है. ऐसे में प्रसाद को लाकर घर के सभी सदस्यों को जरूर बांटे.
- नीम करोली बाबा के धाम कैंची धाम से हनुमान जी की मूर्ति या फोटो को जरूर लाएं. इसके अलावा, वहां से हनुमान चालीसा को भी ला सकते हैं. इसे घर पर लाना बहुत ही शुभ होता है.
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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.