Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा, जिनका नाम लेते ही मन श्रद्धा से भर उठता है. वे सिर्फ एक संत नहीं थे, बल्कि भक्तों के लिए ईश्वर के साक्षात रूप माने जाते हैं. उनकी भक्ति, विशेष रूप से हनुमान जी के प्रति, इतनी गहरी थी कि लोग उन्हें हनुमान जी का अवतार मानने लगे. उत्तराखंड में स्थित कैंची धाम आश्रम, बाबा का प्रमुख स्थान है, आज भी हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है. यहां भारत ही नहीं, दुनियाभर से लोग दर्शन और आशीर्वाद पाने आते हैं. स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग जैसे कई नामी लोग भी बाबा की शरण में आकर माथा टेक चुके हैं. नीम करोली बाबा का जीवन बहुत ही सादगी, करुणा और सेवा से भरा हुआ था. वे हर किसी से प्रेम से पेश आते थे और यही सिखाते थे कि इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है. उनके विचार आज भी लोगों को मुश्किल समय में उम्मीद और शांति का सहारा देते हैं. किसी व्यक्ति का मन बुरे विचारों से भर गया हो तो नीम करोली बाबा की इन बातों को जीवन में जरूर अनुसरण करें.
संतों की संगति
नीम करोली बाबा मानते थे कि अच्छे विचार पाने के लिए अच्छी संगति जरूरी है. जब हम भक्तों या संतों की संगति में रहते हैं, तो हमारे विचार भी सकारात्मक और शांत हो जाते हैं. बुरे विचारों से बचने का यह एक बहुत ही ज्यादा प्रभावी उपाय माना जाता है.
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ईर्ष्या और द्वेष रहें दूर
नीम करोली बाबा के अनुसार, मन की गंदगी का सबसे बड़ा कारण अहंकार, ईर्ष्या और द्वेष होते हैं. यदि हम सादगी, प्रेम और क्षमा को अपनाएं, तो इन बुरे भावों से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है.
ध्यान और सच्छी प्रार्थना
नीम करोली बाबा ने ध्यान और सच्ची प्रार्थना को आत्मा की सफाई का उपाय बताया है. जब हम रोज कुछ समय ध्यान में बैठते हैं, तो मन की हलचल कम होती है और विचार स्थिर हो जाते हैं. इससे बुरे विचारों पर काबू पाया जा सकता है.
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