Traditional Punjabi Dishes For Guru Nanak Jayanti: गुरु नानक जयंती सिख धर्म के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है. यह दिन प्रेम, सेवा और समानता का प्रतीक है. इस अवसर पर गुरुद्वारों और घरों में लंगर का विशेष आयोजन किया जाता है, जहां सभी को समान भाव से भोजन परोसा जाता है. इस दिन बनाए जाने वाले पारंपरिक पंजाबी व्यंजन सादे, सात्विक और पौष्टिक होते हैं. इनमें तड़का दाल, आलू-गोभी की सब्जी, रोटी, चावल, खीर और कड़ा प्रसाद प्रमुख हैं. इन व्यंजनों में न केवल स्वाद होता है, बल्कि सेवा, प्रेम और समर्पण की भावना भी झलकती है. गुरु नानक जयंती के लंगर का उद्देश्य केवल भोजन परोसना नहीं, बल्कि समाज में बराबरी, भाईचारा और मानवता का संदेश फैलाना है. इस दिन परोसे जाने वाले हर व्यंजन में सिख परंपरा और संस्कृति की झलक मिलती है.
गुरु नानक जयंती के दिन क्या खास पकवान बनाए जाते हैं?
गुरु नानक जयंती पर सिख धर्म के अनुयायी घरों और गुरुद्वारों में लंगर का आयोजन करते हैं. इसमें सादा, पौष्टिक और सात्विक भोजन परोसा जाता है, जैसे — दाल, रोटी, सब्ज़ी, खीर, कढ़ी और चावल.
गुरुद्वारे में लंगर के दिन क्या-क्या पंजाबी डिश खाने को मिलती है?
गुरुद्वारे के लंगर में आमतौर पर ये पारंपरिक व्यंजन परोसे जाते हैं:
तड़का दाल – देसी घी और जीरे का तड़का लगाई हुई सादी दाल.
सब्ज़ी (आलू-गोभी, मिक्स वेज या लौकी) – बिना प्याज-लहसुन के हल्की सब्जी.
फुलका रोटी या परांठा – घी से हल्का सना हुआ.
चावल या जीरा राइस – सादा या हल्के मसालेदार चावल.
खीर या सेवइयां – दूध और सूखे मेवों से बनी मीठी डिश.
गुरु नानक जयंती पर सबसे पसंदीदा मिठाई कौन सी है?
इस दिन सबसे लोकप्रिय मिठाई खीर होती है. इसे दूध, चावल और इलायची से बनाया जाता है. कई जगह कड़ा प्रसाद भी विशेष रूप से तैयार किया जाता है.
क्या गुरु नानक जयंती के दिन बनाए जाने वाले खाने में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल किया जाता है?
नहीं, गुरु नानक जयंती के दिन बनने वाले सभी लंगर या प्रसाद वाले व्यंजन सात्विक बनाए जाते हैं, ताकि भोजन शुद्ध और पवित्र रहे.
क्या गुरु नानक जयंती एक दिन कोई खास पेय पदार्थ मिलते हैं?
हां, कई घरों में इस दिन छाछ, मीठी लस्सी या गुड़ वाली चाय बनाई जाती है. ये पेय शरीर को ताजगी और स्फूर्ति देते हैं.
क्या घर पर भी लंगर जैसी थाली तैयार की जा सकती है?
बिलकुल! आप घर पर भी एक सादी और सात्विक थाली बना सकते हैं —
तड़का दाल + आलू-गोभी + रोटी + चावल + खीर यह थाली पारंपरिक स्वाद और धार्मिक भावना दोनों को दर्शाती है.
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