sparsh shrivastava :जामताड़ा सबका नंबर आएगा, लापता लेडीज के बाद अभिनेता स्पर्श श्रीवास्तव इनदिनों अपनी हालिया रिलीज हुई वेब सीरीज दुपहिया को लेकर सुर्ख़ियों में हैं. इस सीरीज की कामयाबी का श्रेय स्पर्श सीधे तौर पर निर्देशिका सोनम (नायर) को देते हुए बताते हैं कि एक इंसान के तौर पर अद्भुत हैं. उनकी वजह से इस शो को एक अलग आयाम मिला है.इस सीरीज से जुड़ी उनकी जर्नी और दूसरे पहलुओं पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
लापता लेडीज के बाद अब दुपहिया गुम हो गयी है ?
(हंसते हुए )मुझे लगता है कि जीवन से कुछ चोरी हो जाने के बाद मैंने बहुत कुछ हासिल किया है. पत्नी को खोने के बाद मुझे दर्शकों का प्यार मिला.मुझे उम्मीद है कि दुपहिया में बाइक चोरी के बाद दर्शकों से और अधिक प्यार मिलेगा.
यह सीरीज गांव के पृष्ठभूमि पर है ,निजी जिंदगी में गांव को कितना करीब से जानते हैं ?
बहुत ही करीब से. मेरा जन्म राजस्थान के राजाखेड़ा गांव में हुआ है. मेरे चाचा का घर चम्बल के पास एक गाँव में है. बचपन में अपने चाचा के घर जाता था.आँगन में एक विशाल नीम का पेड़ था, जिसके नीचे गोबर और मिटटी से बना चबूतरा था. उसमें लेटने का मजा ही कुछ और था.यदि आप उस नीम के पेड़ के नीचे लेट जाएं तो आपकी सारी चिंताएं तुरंत दूर हो जाएंगी. गाँव की ये बातें कभी-कभी याद आती हैं. जब भी मौका मिलता है मैं किसी गांव चला जाता हूं. इस सीरीज का पूरा सेट गांव में बनाया गया था.पूरी शूटिंग गांव में हुई. तो ये भी एक वजह है सीरीज करने की. गाँव मुझे सदैव अपनी ओर खींचता रहा है. मुझे गांव के लोग और गांव से जुड़ा सुकून बहुत पसंद है.
इस सीरीज में आप लौंडा डांस करते नजर आये हैं, उसका क्या अनुभव था ?
मुझे लगता है कि हर अभिनेता का सपना होता है कि उसे गणेश मास्टर जी (आचार्य) द्वारा कोरियोग्राफ किया जाए.इस सीरीज में मुझे वह सौभाग्य प्राप्त हुआ. यह सचमुच बहुत अच्छा अनुभव था। मैं एक प्रोफेशनल डांसर हूं, जैसा कि सभी को पता है कि मैं डांस रियलिटी शो का विनर रहा हूं इसलिए सभी को लगा कि मैं तो अच्छा करूँगा ही,लेकिन सभी को आश्चर्य तब हुआ जब भुवन भाई ने भी हर स्टेप्स को बखूबी किया. मुझे लगता है कि सीरीज में सभी ने हमारे डांस को एन्जॉय किया .
सीरीज में आपकी बाइक चोरी हुई है , निजी जीवन में कभी कोई चीज गुम हुई है, जिसका अभी भी अफसोस होता है ?
एक बार मेरा मोबाइल चोरी हो गया था. वह मेरा पहला टच स्क्रीन मोबाइल था. वो नोकिया का 5530 वाला मोबाइल था. वैसे वह भी मेरी ही लापरवाही से चोरी हो गया था. गलती से मुझसे मेरा मोबाइल एक दुकान में छूट गया था. मैं थोड़ी दूर आगे आया और मुझे याद आया और मैं भाग कर वहां गया, लेकिन मोबाइल वहां पर नहीं था. मुझे अब भी इसका अफसोस है.
सीरीज का सीरीज ही दुपहिया है, बाइक से जुड़ी आपकी क्या खास यादें रहीं हैं ?
बाइक से जुड़ी मेरी कई यादें हैं. आगरा में रहते हुए, मैं अपनी एक्स के साथ बाइक पर बहुत ट्रैवेल करता था. वह बाइक चलाती थी और मैं पीछे की सीट पर बैठता था.।जब मैं आठवीं कक्षा में था,तब मैं अपनी पहली बाइक स्कूल ले गया था. उस दिन मेरे दोस्तों को लगा कि मैं हीरो हूं. मैं स्कूल से भाग जाता था और अपने दोस्तों के साथ आगरा से मथुरा या भरतपुर बाइक में चला जाता था. मुंबई में संघर्ष के दिनों में भी मेरी साथी बाइक ही थी. अपनी बाइक से ऑडिशन देने जाता था.मैं मुंबई में पहले नायगांव और फिर ठाणे में रहा हूं. मैं नायगांव और ठाणे से बाइक से ही अंधेरी का लंबा सफर तय करता था. कई बार मैं ऑडिशन के लिए जाते वक्त बारिश में बुरी तरह से भीग जाता था. मैं अपने कपड़े बाइक में ही रखता था ,जिससे कपड़े बदलकर ऑडिशन दे देता था .संघर्ष के दौर में बाइक ही मेरी साथी थी। दुपहिया की शूटिंग के दौरान फिर से बाइकिंग का मजा लिया. कुछ दिन पहले मैंने मां को एक बाइक गिफ्ट की थी. मेरी माँ को बाइक चलाना बहुत पसंद है.
जामताड़ा , लापता लेडीज ने आपको एक परिचित चेहरा बना दिया है किस तरह से इस सफलता को हैंडल करते हैं ?
मैं अपनी मां के बहुत करीब हूं. मैंने अपनी मां से सीखा कि सफलता को हल्के में नहीं लेना चाहिए. मुझे ज़मीन पर टिके रहना सिखाया गया है, इसलिए मैं सफलता के पंखों पर उड़ना नहीं चाहता हूं.
कैरियर को लेकर आगे की प्लानिंग क्या है ?
हमेशा मैं अलग -अलग तरह के किरदार करना चाहता हूं. दर्शक मुझे अलग-अलग भूमिकाओं में देखेंगे. इन दिनों मैं साउथ की फिल्मों में काम कर रहा हूं.लोग अब मेरे काम पर ध्यान देते हैं. यह बात मुझे बहुत ख़ुशी देती है.