बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने कहा कि किसी भी देश को महिलाओं के लिए असुरक्षित बताना सही नहीं है और इस तरह की हेडलाइन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अभिनेत्री की ‘मर्दानी 2’ फिल्म आ रही है जिसमें वह शिवानी शिवाजी रॉय नाम की पुलिस अधिकारी का किरदार अदा कर रही हैं जो किशोरों द्वारा किये जा रहे दुष्कर्म की वारदातों की जांच करती हैं.
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि, मेरा मानना है कि इस फिल्म की हेडलाइन महिलाओं को जागरूक कर रही है. किसी भी चीज को नजरअंदाज करना और यह स्वीकार कर लेना कि ऐसा हो रहा है, यह ठीक नहीं है…हमें जागरूक होना होगा और इससे निपटना होगा.
रानी का कहना है कि एक माता-पिता के तौर पर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे आत्मनिर्भर बनें और सुरक्षित भी रहें. इसलिए आप इन दोनों चीजों के बीच संतुलन कैसे बिठायेंगे? यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम बाहर निकलें और चीजों के बारे में जागरूक बनें. इसलिए आपको इसके लिए तैयार रहना होगा.
इस सीरिज की पहली फिल्म ‘मर्दानी’ बाल तस्करी के आस-पास थी और जिसे दर्शकों के साथ-साथ अलोचकों की भी सराहना मिली थी. हाल ही में ‘मर्दानी 2’ का ट्रेलर रिलीज हुआ है और ट्रेलर राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के एक आंकड़ें से शुरू होती है, इसमें बताया जाता है कि भारत में प्रत्येक साल 2,000 से ज्यादा दुष्कर्म की घटनाएं 18 साल से कम उम्र के किशोर अंजाम देते हैं.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मानती हैं कि भारत महिलाओं के लिए असुरक्षित है तो उन्होंने कहा कि कई देश महिलाओं के लिए असुरक्षित हैं और किसी को इस तरह की हेडिंग नहीं बनानी चाहिए कि भारत महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है. उन्होंने एक टीवी टॉक शो में कहा था कि महिलाओं को बदलना चाहिए और अपनी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.