जाने-माने अभिनेता एवं लेखक कादर खान का 31 दिसंबर को निधन हो गया. 81 वर्षीय खान लंबे समय से बीमार चल रहे थे. खान कनाडा के एक अस्पताल में भर्ती थे. उनके बेटे ने बताया कि अभिनेता का अंतिम संस्कार भी वहीं किया जाएगा.खान के बेटे सरफराज ने कहा, ‘मेरे पिता हमें छोड़कर चले गए. […]
जाने-माने अभिनेता एवं लेखक कादर खान का 31 दिसंबर को निधन हो गया. 81 वर्षीय खान लंबे समय से बीमार चल रहे थे. खान कनाडा के एक अस्पताल में भर्ती थे. उनके बेटे ने बताया कि अभिनेता का अंतिम संस्कार भी वहीं किया जाएगा.खान के बेटे सरफराज ने कहा, ‘मेरे पिता हमें छोड़कर चले गए. लंबी बीमारी के बाद 31 दिसम्बर शाम छह बजे (कनाडाई समय) उनका निधन हो गया. वह दोपहर को कोमा में चले गए थे. वह पिछले 16-17 हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे.’ कादर खान के निधन से बॉलीवुड इंडस्ट्री को गहरा झटका लगा है.
उन्होंने कहा, ‘‘उनका अंतिम संस्कार कनाडा में ही किया जाएगा. हमारा सारा परिवार यहीं हैं और हम यहीं रहते हैं इसलिए हम ऐसा कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘हम दुआओं और प्रार्थना के लिए सभी का शुक्रिया अदा करते हैं.’
कादर खान के बेटे सरफराज ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,’ पिछले कुछ महीने से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी और पिछले कुछ दिनों से वे अस्पताल में थे. हमने हरसंभव कोशिश की लेकिन उन्हें जाने से रोक न सके. वे बहुत ही प्यारे इंसान थे और उस इंसान से वे प्यार करते थे जो उनकी जिंदगी का हिस्सा है.’
Kader Khan Dialogues: ‘ऐसा तो आदमी लाइफ में दोईच टाइम भागता है, ओलिंपिक का रेस हो या पुलिस का केस हो…’
अभिनेता के निधन की खबरें पिछले काफी समय से आ रही थी लेकिन उनके बेटे ने उन खबरों को खारिज कर दिया था. खान को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और डॉक्टर उन्हें नियमित वेंटीलेटर और बीपीएपी वेंटीलेटर पर रख रहे थे. सुपर न्यूक्लियर पाल्सी बीमारी के कारण उन्हें चलने में भी दिक्कत आ रही थी और याददाश्त भी कमजोर हो गई थी.
कादर खान को सिर्फ एक हास्य कलाकार कहना बेमानी होगी. कादर खान बेहद संजीदा कलाकार थे. रील लाइफ में उन्होंने कभी दर्शकों को अपनी कॉमेडी से गुदगुदाया तो कभी विलेन बन डराया. कादर खान जो भी भूमिका निभाते उसमें उसी तरह रम जाते थे.
काबुल में जन्मे कादर खान ने 1973 में राजेश खन्ना के साथ फिल्म ‘दाग’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. उसके बाद वह 300 से अधिक फिल्मों में नजर आए. अभिनेता बनने से पहले उन्होंने रणधीर कपूर, जया बच्चन की फिल्म ‘जवानी दीवानी’ के लिए संवाद लिखे थे. उन्होंने 250 से अधिक फिल्मों के लिए संवाद भी लिखे हैं. पटकथा लेखक के तौर उन्होंने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्मों में काम किया है.