मुंबई : फिल्म अभिनेता जिमी शेरगिल का कहना है कि वह नंबर वन अभिनेता बनने को लेकर कभी परेशान नहीं होते और उनका पूरा ध्यान अपने काम के लिए हमेशा अपना बेहतर देने पर रहता है. जिमी ने कहा, ‘मुझे याद है कि माचिस की शूटिंग के वक्त मैं एक गुरूद्वारे में गया और कहा कि वाहे गुरू, मैं फिल्म उद्योग में नया हूं और स्टारडम के बारे में कुछ नहीं जानता लेकिन यह पक्के तौर पर कह सकता हूं कि मैं खराब अभिनेता नहीं हूं. मैंने हमेशा यही कहा है.’
जिमी ने बातचीत में कहा, ‘मैं चाहता हूं कि जब भी कोर्इ मेरे बारे में बात करे तब वह सम्मानजनक तरीके से बात करे.’ जिमी की पहली फिल्म ‘माचिस’ का निर्देशन गुलजार ने किया था और इस फिल्म में उनके अभिनय को आलोचकों ने सराहा था.
उन्होंने कहा कि गुलजार साहब से बेहतर स्कूल नहीं मिल सकता. ‘‘मैं फिल्म निर्माण के हर पहलू को सीखना चाहता हूं. गुलजार साहब ने एक दफा कहा था, ‘यदि फिल्म असफल हो जाती है तो कभी भी निराश ना हों और अगले प्रोजेक्ट पर लग जायें तथा खुद को व्यस्त रखें.’
उन्होंने कहा कि गुलजार साहब ने यह भी कहा था कि एक अभिनेता के लिए घर में खाली बैठने से ज्यादा बुरा कुछ भी नहीं हो सकता. अभिनेता को हमेशा काम करते रहना चाहिए. जिमी का कहना है कि यह बात उनके दिमाग में बैठ गयी है.