23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Bhojpuri Film: दर्शकों का हंसाएगा बेनीलाल; बताशा चाचा की ये फिल्म इस OTT पर देगी दस्तक, दिखेगी यह कहानी

Bhojpuri Film: भोजपुरी हास्य फिल्म बकलोल्स में अभिनेता मनोज सिंह टाइगर ‘बेनीलाल’ की भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरा किरदार ऐसा इंसान है जो हर गांव में होता है. सीधा-सादा, मजाकिया, लेकिन दिल से सच्चा. यह फिल्म सिर्फ हंसाने के लिए नहीं, बल्कि अपनेपन का एहसास कराने के लिए बनी है.


Bhojpuri Film:
गाजीपुर साहित्य उत्सव 2025 में दर्शक हंसते हुए लोटपोट हो गये, जब ओटीटी प्लेटफॉर्म स्टेज ने अपनी आगामी भोजपुरी कॉमेडी फिल्म बकलोल्स (Bakalols) का टीजर लॉन्च किया. जैसे ही उत्सव के मंच पर यह टीजर दिखाया गया, दर्शकों ने जोरदार तालियों से इसका स्वागत किया. फिल्म अपने देसी अंदाज और जमीनी हास्य के कारण चर्चा में है. यह पूर्वांचल के गांवों की सच्ची और मानवीय भावनाओं को दर्शाती है.

बकलोल्स हंसी-मजाक के साथ संघर्ष, सपने और सामाजिक ताने-बाने को सहजता से पेश करती है. लांचिंग कार्यक्रम के मौके पर फिल्म के लेखक सत्य व्यास और मुख्य अभिनेता मनोज सिंह टाइगर समेत पूरी टीम मौजूद रही. वहीं, घोषणा की गयी कि यह फिल्म दिसंबर 2025 में प्लेटफॉर्म स्टेज पर रिलीज होगी.

ये भी पढ़ें: 149 प्रत्याशियों ने दिया पाई-पाई का हिसाब, Mokama की वीणा देवी ने किया सबसे अधिक खर्च, बॉटम पर रही Divya Gautam!

बेनीलाल और पूर्वांचल के युवाओं की दिखेगी जिंदगी

फिल्म के मुख्य कलाकारों ने बकलोल्स की कहानी और किरदारों पर बात की. अभिनेता मनोज सिंह टाइगर (Manoj Singh Tiger) फिल्म में ‘बेनीलाल’ का किरदार निभा रहे हैं. उन्होंने अपने रोल को बहुत ही दिल को छू लेने वाला बताया. उन्होंने कहा कि बेनीलाल हर गांव में पाया जाने वाला सीधा-सादा, मजाकिया और दिल से सच्चा इंसान है. यह फिल्म सिर्फ हंसाने के लिए नहीं, बल्कि अपनेपन का एहसास कराने के लिए बनी है. उनके इस बयान पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं. वहीं, अन्य कलाकारों ने भी साझा किया कि ‘बकलोल्स’ पूर्वी भारत के युवाओं की जिंदगी, उनके छोटे-बड़े संघर्षों, और सपनों को हास्य के माध्यम से दिखाती है.

ये भी पढ़ें: घर-घर जाकर 20 लाख बेटियों को स्कूल भेजा, भारत की इस संस्था ने जीता रेमन मैग्सेसे

स्थानीय कहानियों को दुनिया तक पहुंचाने का मंच

ओटीटी प्लेटफॉर्म स्टेज (Stage OTT) की भोजपुरी मार्केटिंग मैनेजर स्नेहा सिंह ने मंच की सोच को सबके सामने रखा. उन्होंने कहा कि स्टेज सिर्फ मनोरंजन का जरिया नहीं है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और भाषा की आवाज है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि वे कहानियां, जिन्हें अभी तक सुना नहीं गया है, उन्हें दुनिया तक पहुंचाया जाए. बकलोल्स इसी सोच का हिस्सा है. यह हंसी के साथ-साथ समाज की गहराई को भी छूती है. वहीं, फिल्म के लेखक सत्य व्यास (Satya Vyas) ने भी इस बात को दोहराया कि यह कहानी गांव-शहर के उस आम इंसान की है जो संघर्ष करता है और हंसते हुए जीवन जीता है.

ये भी पढ़ें: बांस घाट पर मरीन ड्राइव से दिखेगी 12 फुट ऊंची ‘आदिशक्ति’ की भव्य प्रतिमा, इस राज्य के कलाकार कर रहे तैयार!

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel