IAS Neha Byadwal: आज हम एक आईएएस की बात करें तो ब्यूटी विद ब्रेन की उदाहरण कही जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनके लिए आईएएस बनने का सफर इतना आसान नहीं था. हम बात कर रहे हैं नेहा ब्याडवाल (IAS Neha Byadwal) की, जिन्हें बचपन में सही स्कूल नहीं मिला. भाषा की कमजोरी के कारण वे पढ़ाई में पिछड़ती गईं और 5वीं कक्षा में फेल भी हो गईं. लेकिन नेहा में कुछ करने की लगन थी. ऐसे में उन्होंने मेहनत का रास्ता चुना और आज परिणाम सबके सामने है. आइए, जानते हैं नेहा ब्याडवाल की Success Story–
न हिंदी का ज्ञान, न अंग्रेजी का
नेहा का जन्म राजस्थान (Rajasthan IAS) में हुआ था. लेकिन उनका पालन पोषण रायपुर (छत्तीसगढ़) में हुआ. शुरुआत में वे अंग्रेजी तो मुश्किल से समझ पाती थीं. लेकिन हिंदी में ढंग से नहीं बोल पाती थीं. कुछ बड़े होने पर उनके पिता उन्हें अपने साथ भोपाल ले आए. यहां उनका दाखिला एक प्राइवेट अंग्रेजी स्कूल में कराया गया. लेकिन भाषा उनके लिए बड़ा बैरियर साबिता हुआ. नतीजा वे 5वीं कक्षा में फेल हो गईं. नेहा की जिंदगी में ये टर्निंग प्वॉइंट था. उन्होंने ठान लिया कि वे अपना परफॉर्मेंस अच्छा करेंगी.
साधारण कॉलेज से हुई पढ़ाई
रायपुर स्थित डीबी गर्ल्स कॉलेज से IAS नेहा की आगे की पढ़ाई हुई. नेहा बताती हैं उन्हें हमेशा से लोगों के बीच रहना, उनसे मिलना-जुलना और बातचीत करना अच्छा लगता था. कॉलेज के दौरान डिबेट में हिस्सा लिया जिसने पर्सनालिटी को बूस्ट किया. नेहा अपने कॉलेज की टॉपर रही हैं.
पिता ने दी UPSC में बैठने की सलाह
कॉलेज में टॉप करने के बाद उनके पिता को महसूस हुआ कि वो कुछ अच्छा कर सकती हैं. ऐसे में नेहा के पिता ने उन्हें सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू करने की सलाह दी. घर में पढ़ाई का माहौल था ही, जिसने नेहा की काफी मदद की. वे एक इंटरव्यू में बताती हैं कि घर में हर तरह की प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले बच्चे थे, क्योंकि मैं ज्वॉइंट फैमिली में रहती थी. ऐसे में मुझे भी तैयारी का माहौल मिला. इसी इंटरव्यू में नेहा बताती हैं कि उनके घर पर कभी टीवी नहीं हुआ करता था.
चौथे प्रयास में हाथ लगी सफलता
नेहा लगभग 25 साल की हैं. इस कम उम्र में उन्होंने मेहनत के दम पर तरक्की हासिल कर ली. उन्होंने यूपीएससी सीएसई (UPSC CSE 2023) में सफलता हासिल करके समाज में एक उदाहरण पेश किया है. हालांकि, सफलता हाथ लगने के लिए पहले उन्हें कई बार निराशा मिली. नेहा पहले दो प्रयासों में प्रारंभिक परीक्षा में फेल हो गईं. तीसरे प्रयास में उन्होंने मेन्स परीक्षा दी पर इस बार भी असफल हो गईं. आखिरकार चौथे प्रयास में उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास कर ली और ऑल इंडिया रैंक (AIR) 569 हासिल की. उन्होंने सेलेक्शन के बाद गुजरात कैडर चुना.
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