Tesla In India : दुनिया की सबसे वैल्यूएबल ऑटोमोबाइल कंपनी टेस्ला जल्द ही भारतीय बाजार में कदम रखने वाली है. हाल ही में अमेरिका में एलन मस्क और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के बाद टेस्ला और स्टारलिंक की भारत में एंट्री को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. लंबे समय से टेस्ला की भारत में आने की योजना थी, लेकिन उच्च आयात शुल्क (इंपोर्ट ड्यूटी) के चलते कंपनी अब तक भारत में कदम रखने से बच रही थी. हालांकि, भारत सरकार ने अब 40,000 डॉलर से अधिक कीमत वाली गाड़ियों पर कस्टम ड्यूटी को 110% से घटाकर 70% कर दिया है. इससे टेस्ला को भारतीय बाजार में उतरने का बड़ा मौका मिल सकता है.
भारत में EV बाजार और Tesla की संभावनाएं
दुनियाभर में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. हालांकि, भारत में अभी ईवी कारों की बिक्री शुरुआती स्तर पर है. 2023 में भारत में 1 लाख इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई थी, जबकि चीन में यह आंकड़ा 1.1 करोड़ था. इस अंतर के बावजूद, भारतीय सरकार ईवी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न नीतियां लागू कर रही है, जिससे बाजार में संभावनाएं बढ़ रही हैं.
टेस्ला ने भारत में अपने वाहनों को लाने से पहले कम टैरिफ की मांग की थी, ताकि कंपनी भारतीय बाजार को बेहतर तरीके से समझ सके. पहले महंगी गाड़ियों पर 100% से अधिक आयात शुल्क लगाया जाता था, जिससे टेस्ला जैसी कंपनियों के लिए भारत में सीधे कारें बेचना महंगा सौदा था. लेकिन अब सरकार द्वारा शुल्क में कटौती किए जाने के बाद टेस्ला की भारत में एंट्री की संभावनाएं मजबूत हो गई हैं.
टेस्ला की भारत में कीमत और लॉन्चिंग
अगर टेस्ला भारत में अपने वाहन लॉन्च करती है, तो उनकी कीमत भारतीय ग्राहकों के लिए अहम मुद्दा होगा. टेस्ला के सबसे सस्ते मॉडल Model 3 की बेस वेरिएंट की अंतरराष्ट्रीय कीमत 40,000 डॉलर यानी लगभग 34.77 लाख रुपये हो सकती है. कुछ प्रमुख टेस्ला मॉडल्स की अनुमानित कीमतें इस प्रकार हो सकती हैं:
- Tesla Model 3: लगभग 35 लाख रुपये
- Tesla Model S: लगभग 70 लाख रुपये (संभावित लॉन्च जनवरी 2026)
- Tesla Model X और Model Y: 50 से 80 लाख रुपये के बीच
हालांकि, ये कीमतें इंपोर्टेड यूनिट्स (CBU) के लिए हो सकती हैं. यदि टेस्ला भारत में असेंबली प्लांट लगाती है, तो कीमतें कम हो सकती हैं.
भारत में टेस्ला के लिए संभावनाएं और चुनौतियां
भारत में टेस्ला के लिए अपार संभावनाएं हैं, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे
संभावनाएं
- बढ़ता ईवी बाजार: सरकार द्वारा ईवी को बढ़ावा देने की योजनाएं, जैसे FAME II स्कीम और सब्सिडी, भारतीय बाजार में टेस्ला की संभावनाओं को मजबूत कर सकती हैं.
- आधुनिक टेक्नोलॉजी: टेस्ला की गाड़ियां ऑटोपायलट, लंबी बैटरी रेंज और एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स के लिए जानी जाती हैं, जो भारतीय ग्राहकों को आकर्षित कर सकती हैं.
- प्रदूषण नियंत्रण नीतियां: भारत में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार ईवी वाहनों को प्राथमिकता दे रही है, जिससे टेस्ला को फायदा मिल सकता है.
चुनौतियां:
- चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर: भारत में अभी भी ईवी चार्जिंग स्टेशनों की संख्या कम है, जो टेस्ला जैसी कंपनियों के लिए चिंता का विषय है.
- कीमतें और प्रतिस्पर्धा: भारतीय बाजार में पहले से ही Tata, MG, Hyundai और BYD जैसी कंपनियां सस्ती ईवी कारों की पेशकश कर रही हैं. टेस्ला की महंगी कीमतें आम ग्राहकों के लिए एक बाधा बन सकती हैं.
- स्थानीय उत्पादन: यदि टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाती है, तो लागत कम होगी, लेकिन इसके लिए कंपनी को लंबी अवधि की योजना बनानी होगी.
Also Read: 3000 करोड़ का यॉट, सोने से सजा महल, कितनी संपत्ति के मालिक हैं कतर के अमीर शेख अल-थानी?
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.