Birth Time Personality, रांची: बच्चे का जन्म समय उनकी जीवन यात्रा, स्वभाव, सोच और प्रतिभा के बारे में काफी कुछ जानकारी दे सकता है. वैसे तो हर बच्चा अपनी किस्मत की किताब खुद लिखता लेकिन किसी बच्चे भी का समय जानकार ज्योतिषाशास्त्र के जरिये सामान्य अनुमान जरूर लगा सकते हैं. इसी कड़ी में आज हम जानने की कोशिश करेंगे कि सुबह 4 बजे दोपहर 12 बजे के बीच जन्मे बच्चे वैदिक एस्ट्रो के अनुसार कैसे होते है. इस समयावधि के बीच जन्मे बच्चों कौन कौन विशेष गुण आमतौर पर देखने को मिलते हैं, जो उन्हें जीवन में अलग पहचान दिलाने में मदद करते हैं.
इस समय में जन्मे बच्चे होते हैं जिज्ञासु
वैदिक एस्ट्रो के अनुसार इस सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच जन्मे बच्चे अक्सर ऊर्जावान, जिज्ञासु और मिलनसार होते हैं. ये बच्चे अपने आसपास के माहौल को जल्दी भांपते हैं और नये अनुभवों को अपनाने में सहज रहते हैं. इन्हें सामाजिक गतिविधियों और खेलों में भाग लेना पसंद होता है, जिससे उनकी नेतृत्व क्षमता धीरे-धीरे विकसित होती है. इन बच्चों में भावनात्मक समझदारी भी होती है. इनमें दूसरों के दृष्टिकोण को समझने की क्षमता कमाल की होती है. खासकर इनमें किसी भी दल या ग्रुप के सदस्यों के बीच बेहतर तालमेल भी कौशल होता है. यही कारण है कि इस समय में जन्मे बच्चे अक्सर परिवार और दोस्तों के बीच अपनी बात प्रभावशाली ढंग से रख लेते हैं.
क्रियेटिव सोच और शिक्षा में होती है अधिक रुचि
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सुबह‑दोपहर के समय जन्मे बच्चों में क्रियेटिव सोच और शिक्षा में रुचि अधिक होती है. ये बच्चे किसी भी चीज को जल्दी सीखते हैं. साथ ही इनमें नये विषयों में खुद को ढालने में महारत हासिल होता है. कला, संगीत, लेखन और अन्य रचनात्मक गतिविधियों में रुचि में शामिल रहती है. इसके अलावा इनमें धैर्य और समझदारी इतनी गजब की होती है कि ये छोटी-छोटी चीजों में छिपी मूल बातों को असानी से समझ जाते हैं और किसी भी विषय को बरीकी सोचते हैं.
अपने चुने हुए क्षेत्रों में होते हैं भरोसेमंद व्यक्तित्व
ज्योतिषशास्त्र की मानें तो इस समय पर जन्मे बच्चों के लिए जीवन और करियर की दिशा अधिक स्पष्ट होती है. ये बच्चे अपने चुने हुए क्षेत्र में प्रभावशाली और भरोसेमंद व्यक्तित्व के रूप में उभरते हैं. इस समय के बीच जन्मे बच्चे अगर नेतृत्व की क्षमता वाले पेशों में आगे बढ़ते हैं तो सफलता की संभावना अधिक होती है. ये लोग समाज सेवा, शिक्षा, रचनात्मक क्षेत्र और तकनीकी क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले होते हैं. जोखिम उठाने और चुनौती स्वीकार करने की प्रवृत्ति उन्हें अन्य बच्चों से अलग बनाती है.
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