बीजिंग : चीन की सरकारी लाटरी कार्यक्रम में करीब तीन अरब डालर की हेरा-फेरी का मामला सामने आया है. इस धन की हेराफेरी फर्जी परियोजनाओं और गैरकानूनी विदेशी निवेश के जरिये की गयी. नैशनल आडिट आफिस (एनएओ) ने कहा है कि लाटरी प्रबंधकों और विक्रेताओं ने 2012-2014 के दौरान चीन में लाटरी कार्यक्रमों के 16.9 अरब युआन (2.8 अरब डालर) धन की हेरा-फेरी की. एनएओ ने कहा कि धन की हेरा-फेरी कार्यालय भवनों एवं होटलों की खरीद या निर्माण के जरिये की गई.
रपट में कहा गया कि यह पिछले साल नवंबर दिसंबर में की गयी इस आडिट में 65.8 अरब युआन (11 अरब डालर) की कुल राशि का करीब एक तिहाई खर्च संदिग्ध पाया गया. चीन में सरकार द्वारा परिचालित या परमार्थ कार्यों को दान देने के उद्येश्य को छोड कर अन्य किसी प्रकार के जुआ का कारोबार गैरकानूनी है. सिर्फ सरकार ही लाटरी का परिचालन कर सकती है. चीन में जनकल्याण के 854 कार्यक्रम लाटरी के धन से चलते हैं.
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