नयी दिल्ली : धोखाधड़ी का शिकार बनी सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस ने प्रवर्तक गौतम थापर से जुड़ी कंपनियों और अन्य से 3,300 करोड़ रुपये लौटाने को कहा है. इसके साथ ही, कंपनी ने कथित धोखाधड़ी वाले लेन-देन की दूसरे चरण की जांच शुरू की है, ताकि जिम्मेदारी तय की जा सके.
सीजी पावर ने अगस्त में कहा था कि उसके बोर्ड द्वारा अगस्त में की गयी जांच में कंपनी के संचालन और वित्तीय लेन देन में खामियां दिखी थीं. इनमें कुछ संपत्तियों को गिरवी रखकर हासिल कर्ज का कंपनी के कुछ ज्ञात लोगों (मौजूदा और पूर्व दोनों) तथा कुछ गैर कार्यकारी निदेशकों द्वारा गबन किया गया. इसके अलावा, कुछ संबद्ध और असंबद्ध पक्षों की कंपनी के प्रति देनदारियों और उनको दिये गये अग्रिमों को कम कर दिखाया गया.
सीजी पावर ने जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करते हुए मंगलवार को कहा कि बोर्ड ने दूसरे चरण की जांच शुरू की है और समय के साथ निदेशक मंडल को मौजूदा जारी जांच की रिपोर्ट सौंपी जायेगी. यह जांच चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में पूरी होने की उम्मीद है. कंपनी ने कहा कि उसने सात इकाइयों से वसूली के लिए नोटिस जारी किये हैं. उनसे 1,314.78 करोड़ रुपये का बकाया चुकाने को कहा गया है. इसके अलावा, उसकी अनुषंगियों ने 2,095.64 करोड़ रुपये की वसूली को 23 नोटिस जारी किये हैं.
कंपनी ने कहा कि उसके द्वारा 452.12 करोड़ रुपये की वसूली के तीन नोटिस और अनुषंगियों की ओर से भेजे गये 429.85 करोड़ रुपये नौ नोटिस वापस आ गये हैं. इसके अलावा, कंपनी के 74.63 करोड़ रुपये और अनुषंगियों के 395.18 करोड़ रुपये के नोटिस पूरा ब्योरा उपलब्ध नहीं होने की वजह से भेजे नहीं जा सके हैं. सीजी पावर ने कहा कि प्रवर्तकों से जुड़ी विभिन्न इकाइयों तथा संबंधित पक्षों से कुल 3,018.62 करोड़ रुपये वसूल किये जाने हैं. इनमें से 1,001.38 करोड़ रुपये की वसूली थापर अवांता होल्डिंग्स लिमिटेड से वसूले जाने हैं. 287.75 करोड़ रुपये ब्लू गार्डन एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड और 175 करोड़ रुपये एक्टन ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड से वसूलने हैं. यह कंपनियों प्रवर्तकों से जुड़े पक्ष हैं.
वहीं, प्रवर्तक समूह से जुड़ी कंपनियों में 552.33 करोड़ रुपये बल्लारपुर ग्राफिक्स पेपर प्रोडक्स लिमिटेड, 348.71 करोड़ रुपये अवांता इंटरनेशनल एसेट्स बीवी और 378.76 करोड़ रुपये सोलारिस इंडस्ट्रियल केमिकल्स लिमिटेड से वसूले जाने हैं. ब्लू गार्डन एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड पर 320 करोड़ रुपये का ऋण बकाया है. सीजी पावर के निदेशक मंडल ने अगस्त के अंत में थापर को चेयरमैन पद से बर्खास्त कर दिया था. उसके बाद कंपनी के सीईओ के एन नीलकंठ से जबरन इस्तीफा ले लिया गया था.
जुलाई-सितंबर की तिमाही में सीजी पावर का एकीकृत शुद्ध घाटा कम होकर 61.47 करोड़ रुपये पर आ गया. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 101.83 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. दूसरी तिमाही में कंपनी की परिचालन आय घटकर 1,541.58 करोड़ रुपये रह गयी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,109.63 करोड़ रुपये थी.
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