10.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

GST गोरखधंधे में 34 करोड़ रुपये चुराने वाला अंतरराज्यीय गिरोह का टैक्स चोर गिरफ्तार

इंदौर : फर्जी फर्मों के नाम पर कारोबार दिखाकर जीएसटी की करीब 34 करोड़ रुपये की कथित चोरी के मामले के एक और आरोपी को केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) विभाग ने बुधवार को गिरफ्तार किया. अधिकारियों के अनुसार, उसे इंदौर लाया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक, जीएसटी प्रणाली लागू होने के करीब […]

इंदौर : फर्जी फर्मों के नाम पर कारोबार दिखाकर जीएसटी की करीब 34 करोड़ रुपये की कथित चोरी के मामले के एक और आरोपी को केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) विभाग ने बुधवार को गिरफ्तार किया. अधिकारियों के अनुसार, उसे इंदौर लाया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक, जीएसटी प्रणाली लागू होने के करीब डेढ़ साल बाद सामने आयी इस अंतरराज्यीय धांधली के लिए फर्जी इनवॉयस और ई-वे बिलों आदि के जरिये कारोबार दिखाया जाता था.

इसे भी पढ़ें : GST में भी लग गया सेंध, टैक्स चोरों ने दो महीने में लगाया 2000 करोड़ रुपये का चूना

सीजीएसटी विभाग के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि फर्जीवाड़े के इस मामले में मुंबई से मेहुल खिरैया (40) को सीजीएसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. उसे इंदौर लाया जा रहा है. इस मामले में मुंबई के ही रहने वाले जगदीश धीरजलाल कनानी (59) को पहले ही पकड़ा जा चुका है. वह न्यायिक हिरासत के तहत इंदौर में जेल में बंद है.

अधिकारी ने बताया कि कनानी और खिरैया ने फर्जी फर्मों के जरिये धातुओं के कबाड़ और अन्य वस्तुओं का लगभग 190 करोड़ रुपये का कागजी कारोबार दिखाया. इस कारोबार पर 18 फीसदी की दर से करीब 34 करोड़ रुपये की जीएसटी की अदायगी बनती थी, जिसे सरकारी खजाने में जमा नहीं कराया गया, लेकिन जालसाजी करके उस पर इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल लिया गया. बाद में इनमें से कई फर्मों को बंद कर दिया गया.

अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने खासकर गरीब तबके के लोगों को धन का लालच देकर उनकी पहचान और पते के दस्तावेज लिये. इन दस्तावेजों के आधार पर जीएसटी प्रणाली के तहत मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में कई फर्म पंजीकृत कराये गये. उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया कि इनमें से अधिकांश फर्मों के पंजीकृत परिसरों से कोई भी व्यावसायिक गतिविधि नहीं हो रही थी. यही नहीं, अधिकांश मामलों में संबंधित परिसरों के वास्तविक मालिकों को उनके वहां किसी भी व्यावसायिक गतिविधि की जानकारी ही नहीं थी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel