साओ पालो : विश्व व्यापार संगठन( डब्ल्यूटीओ) के महानिदेशक ने आज मुक्त व्यापारव्यवस्था पर बढ़ रहे खतरों के बीचनियम आधारित व्यापार के संचालन के लिए बनाए गए इस बहुपक्षीय संगठन की उपयोगिता को रेखांकित किया और कहा कि आज अगर डब्ल्यूटीओ नहीं होता तो दुनिया में पहले ही व्यापार युद्ध शुरू हो चुका होता. लातिन […]
साओ पालो : विश्व व्यापार संगठन( डब्ल्यूटीओ) के महानिदेशक ने आज मुक्त व्यापारव्यवस्था पर बढ़ रहे खतरों के बीचनियम आधारित व्यापार के संचालन के लिए बनाए गए इस बहुपक्षीय संगठन की उपयोगिता को रेखांकित किया और कहा कि आज अगर डब्ल्यूटीओ नहीं होता तो दुनिया में पहले ही व्यापार युद्ध शुरू हो चुका होता.
लातिन अमेरिका पर विश्व आर्थिक मंच की बैठक में डब्ल्यूटीओ प्रमुख रोबर्तो एजेवेदो ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इस्पात और एल्युमीनियम आयात पर शुल्क लगाने का निर्णय से डब्ल्यूटीओ और प्रासंगिक बन गया है. ऐसी आशंका है कि अमेरिका के इस कदम से दूसरे देश भी बदले की कार्रवाई कर सकते हैं और इससे व्यापार युद्ध छिड़ सकता है. यूरोपीय देश पहले ही अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाने की चेतावनी दे रहा है.
वैश्वीकरण पर एक परिचर्चा में एजेवेदो ने संवाददाताओं से कहा, अगर डब्ल्यूटीओ नहीं होता, दुनिया में व्यापार युद्ध शुरू हो चुका होता.” ट्रंप ने आयातित इस्पात पर25 प्रतिशत और एल्युमीनियम पर10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने का आदेश दिया. हालांकि उन्होंने अस्थायी रूप से कनाडा और मेक्सिको को इससे छूट दी है.
ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमेर ने कल आगाह किया कि अगर अमेरिका के साथ बातचीत के जरिये मामले का सौहार्दपूर्ण हल नहीं निकलता, उनका देशशुल्क के मामले को डब्ल्यूटीओमें ले जाएगा . अमेरिकामें वस्तुओं के आयातपर नए शुल्कों से ब्राजील विशेष रूप से प्रभावित हो सकता है. कनाडा के बाद ब्राजील ही अमेरिका में आयातित इस्पात का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है. टेमेर ने शुल्क को चिंता का विषय बताया और कहा कि जरूरत पड़ने पर वह प्रभावित देशों के साथ डब्ल्यूटीओ में जाएगा.
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