नयी दिल्ली: प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों से सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई करने और व्यापारियों पर प्याज की स्टॉक सीमा लागू करने के लिए कहा है. राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की कीमतें 38 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गयी हैं. खाद्य मंत्रालय ने कहा कि केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्याज के कारोबारियों-सौदागरों पर नियंत्रणकारी कदम लगाने के लिए कहा है, ताकि इस आवश्यक वस्तु की वाजिब दाम पर पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके. मंत्रालय ने इस निर्णय को 25 अगस्त को अधिसूचित किया है.
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त्योहारों के सीजन के पहले प्याज की कीमतें सरकार के लिए मुसीबत बनती जा रही है. दिल्ली के ओखला मंडी में प्याज व्यापारी परेशान हैं. प्याज की कीमतें महीने भर में दोगुनी हो चुकी हैं और इसकी बिक्री घटती जा रही है. देश की मंडियों में इस समय प्याज की कीमत 28 रुपये प्रति किलो की दर पर पहुंच गयी है. वहीं, खुदरा बाजार में इसकी कीमत 32 से 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी है.
गौरतलब है कि बरसात के मौसम में टमाटर की कीमतों के बाद प्याज की कीमतें भी आसमान छूने लगीं. पिछले एक महीने में प्याज की कीमतों में तीन गुना से भी अधिक वृद्धि हुई है. कहा यह भी जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये कीमतें और भी बढ़ेंगी, क्योंकि नासिक में प्याज की थोक मंडियों में इसकी कीमतों में लगभग 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
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