Bihar Election 2025, पटना, शशिभूषण कुंवर: राज्य विधानसभा चुनाव में महिला मतदाता निर्णायक मानी जाती है. हर चुनावों में वे पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान करती है. इधर विधानसभा वोटरलिस्ट के आंकड़े बताते हैं किसी भी विधानसभा क्षेत्र में शत प्रतिशत लिंगानुपात नहीं हैं. वोटरलिस्ट के लिंगानुपात देखकर पता चलता है कि मतदान में महिलाओं की भागीदारी किसी चमत्कार से कम नहीं है. बिहार विधानसभा की अंतिम वोटर लिस्ट जारी हो गयी है. इसमें महिलाओं का लिंगानुपात 892 है. यानी एक हजार पुरुष मतदाताओं पर 892 महिला वोटर ही हैं.
243 सीटों में सिर्फ 74 विधानसभा में लिंगानुपात कुछ संतोषजनक
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में सिर्फ 74 विधानसभा में लिंगानुपात कुछ संतोषजनक हैं जहां पर लिंगानुपात 900 से अधिक है. दिलचस्प है कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं का लिंगानुपात संतोषजनक है वहां से कम महिला सदस्य निर्वाचित होकर आती है बनिस्पत वैसे उन विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं का लिंगानुपात ठीक नहीं है. राज्य की सिर्फ 11 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर 10 पुरुष वोटरों की तुलना में नौ महिला वोटर हैं. सिर्फ 11 विधानसभा क्षेत्रों से ही लिंगानुपात ठीक होने पर महिला विधायक निर्वाचित हुई. इसमें त्रिवेणीगंज, धमदाहा, कोढ़ा, राजापाकर, कटोरिया, संदेश, शेरघाटी, बाराचट्टी, हिसुआ, वारसलिगंज और जमुई विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. हालांकि इसकी तुलना में वैसी विधानसभा क्षेत्रों से भी महिलाएं निर्वाचित हुई जहां पर लिंगानुपात उनके अनुकूल नहीं था. इसमें रामनगर, नरकटियागंज, बेतिया, केसरिया, परिहार, बाबूबरही, फुलपरास, प्राणपुर, गौराबौराम, गोपालगंज, महनार, मोकामा, मसौढ़ी और नोखा विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं.
भागलपुर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक लिंगानुपात
बिहार विधानसभा की सभी सीटों में भागलपुर विधानसभा क्षेत्र के वोटरलिस्ट में सर्वाधिक लिंगानुपात है. भागलपुर विधानसभा क्षेत्र का लिंगानुपात 958 है जो बिहार की सभी विधानसभा क्षेत्रों में अधिक है. यहां के वोटरलिस्ट में एक हजार पुरुषों की तुलना में 958 महिला मतदाता हैं. लिंगानुपात के मामले में नाथनगर विधानसभा क्षेत्र दूसरे स्थान पर हैं जहां पर प्रति हजार पुरुष वोटरों की तुलना में 957 महिला वोटर हैं. तीसरे स्थान पर बीहपुर है जिसका लिंगानुपात 949 जबकि गोपालपुर का लिंगानुपात 944 है. बिहार विधानसभा की 243 सीटों में सिर्फ 74 ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं जहां का लिंगानुपात 900 से अधिक है. यानी 10 पुरुष मतदाताओं की तुलना में नौ महिला मतदाता हैं.
2020 विधानसभा चुनाव में 900 से अधिक लिंगानुपात वाले सीटों से जीती महिलाएं
त्रिवेणीगंज, धमदाहा, कोढ़ा, राजापाकर, कटोरिया, संदेश, शेरघाटी, बाराचट्टी, हिसुआ, वारसलीगंज और जमुई.
2020 में महिलाओं द्वारा जीती गयी सीटें
रामनगर, नरकटियागंज, बेतिया, केसरिया, परिहार, बाबूबरही, फुलपरास, त्रिवेणीगंज, धमदाहा, प्राणपुर, कोढ़ा, गौराबौराम, गोपालगंज, राजापाकर, महनार, कटोरिया, मोकामा, मसौढ़ी, संदेश, नोखा, शेरघाटी, बाराट्टी, हिसुआ, बारसलीगंज और जमुई.
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जिन विधानसभा क्षेत्रों में 900 से अधिक लिंगानुपात
बिस्फी, झंझारपुर, पीपरा, त्रिवेणीगंज, रानीगंज, फारबिसगंज, अररिया, सिकटी, बनमनखी, रूपौली, धमदाहा, पूर्णिया, कटिहार, कोढ़ा, बिहारीगंज, सिंहेश्वर, मधेपुरा, सोनवर्षा, सहरसा, सिमरीबख्तियारपुर, महिषी, कुशेश्वर स्थान, बेनीपुर, अलीनगर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भोरे, बनियापुर, छपरा, परसा, लालगंज, महुआ, राजापाकर, पातेपुर, अलौली, बीहपुर, गोपालपुर, पीरपैंती, कहलगांव, भागलपुर, सुल्तानगंज, नाथनगर, कटोरिया, बेलहर, शेखपुरा, बरबीघा, बिहारशरीफ, राजगीर, हिलसा, दीघा, पटना साहिब, मसौढ़ी, संदेश, बक्सर, राजपुर, सासाराम, डेहरी, गोह, शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी, बोधगया, गया टाउन, अतरी, वजीरगंज, रजौली, हिसुआ, नवादा, गोविंदपुर, वारसलिगंज, सिकंदरा, जमुई, झाझा और चकाई.
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