NDA Manifesto 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक छह दिन पहले एनडीए ने अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर बड़ा दांव चला है. शुक्रवार को जारी इस संकल्प पत्र में गरीबों, महिलाओं, किसानों और युवाओं के लिए कई नई योजनाओं का ऐलान किया गया है. घोषणापत्र का सबसे बड़ा आकर्षण रहा ‘पंचामृत गारंटी’, जिसे गरीबों के सर्वांगीण कल्याण से जोड़ा गया है.
पंचामृत गारंटी योजना के बारे में जानिए
एनडीए के इस वादे में कहा गया है कि हर गरीब परिवार को मुफ्त राशन, 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली, 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज, 50 लाख नए पक्के मकान और सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जाएगी. इन पांच सुविधाओं को मिलाकर इसका नाम ‘पंचामृत गारंटी’ रखा गया है. एनडीए ने इसे बिहार में गरीबी के खात्मे की दिशा में सबसे बड़ा कदम बताया है.
भाजपा ने सोशल मीडिया पर क्या दावा किया?
भाजपा की ओर से सोशल मीडिया पर दावा किया गया, “एनडीए का संकल्प गरीब कल्याण के लिए ठोस वादे. 50 लाख पक्के मकान, मुफ्त राशन, 125 यूनिट मुफ्त बिजली, 5 लाख तक मुफ्त इलाज और सामाजिक सुरक्षा पेंशन सही बटन दबाएं, एनडीए को जिताएं.”
एनडीए के घोषणापत्र में कई गारंटियों का जिक्र
- हर युवा के सुनहरे भविष्य की गारंटी के तहत एनडीए ने एक करोड़ से अधिक सरकारी नौकरियों और रोजगार देने का वादा किया है.
- किसान सम्मान और एमएसपी गारंटी के जरिए हर किसान को सालाना 9,000 रुपये की सहायता राशि और फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित करने की घोषणा की गई है.
- औद्योगिक क्रांति की गारंटी के तहत ‘विकसित बिहार औद्योगिक मिशन’ के माध्यम से 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया गया है, जिससे लाखों नई नौकरियां सृजित करने की बात कही गई है.
- शिक्षा गारंटी के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों को प्रति माह ₹2,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
एनडीए ने संकल्प पत्र को बताया बिहार के विकास का रोडमैप
एनडीए ने अपने इस संकल्प पत्र को बिहार के विकास का रोडमैप बताते हुए कहा है कि यह सिर्फ वादों का नहीं, बल्कि ‘विकसित बिहार’ के सपने को साकार करने का दस्तावेज है. 6 नवंबर को पहले चरण की वोटिंग से पहले एनडीए के इस घोषणापत्र ने सियासी माहौल को गर्मा दिया है. अब देखना यह होगा कि ‘पंचामृत गारंटी’ जैसे बड़े वादे मतदाताओं को कितना प्रभावित कर पाते हैं.

