Prabhat Khabar Samvad: प्रभात खबर संवाद कार्यक्रम में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी–लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार में कांग्रेस की स्थिति और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ बिहार में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में कांग्रेस का पुनरुत्थान करना है.
पिछली बार कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा- दीपांकर
दीपांकर ने कहा कि पिछली बार कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा था, लेकिन इस बार स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है. उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर होना चाहिए, ताकि देशभर में पार्टी के पुनरुत्थान का मार्ग आसान हो. भट्टाचार्य ने कहा कि कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है, क्योंकि भाजपा का इतना बड़ा दबदबा देश में कहीं भी उतना नहीं हुआ जितना कि पिछले कुछ वर्षों में देखा गया. उन्होंने इसे रोकने के लिए कांग्रेस का सशक्त होना आवश्यक बताया.
हमें इस बार 40 सीटें मिलनी चाहिए
गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस को 70 की बजाय 50 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए और उन्हें (माले) 40 सीटें दी जानी चाहिए. उन्होंने 2015 और पिछली बार के चुनाव का उदाहरण दिया. 2015 में कांग्रेस ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ा और 27 जीत हासिल की, जबकि पिछली बार 70 सीटों पर चुनाव लड़ने पर केवल 19 जीत मिली. भट्टाचार्य ने कहा कि यह गणित साफ दिखाता है कि कम सीट पर चुनाव लड़ना पार्टी के लिए बेहतर परिणाम देता है.
चुनाव में हार-जीत होती रहती है- भट्टाचार्य
सीटों के चयन को लेकर कांग्रेस के आरोप पर उन्होंने कहा कि सब जगह जीतना संभव नहीं है और यह पसंद-नापसंद का मुद्दा नहीं है. उन्होंने नालंदा लोकसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां उन्होंने मेहनत की, वोट बढ़ाया, लेकिन जीत नहीं मिली. भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव में हार-जीत होती रहती है, लेकिन कांग्रेस का प्रदर्शन पिछली बार बहुत कमजोर था और इस बार इसे सुधारना आवश्यक है.
कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य बिहार में मजबूत प्रदर्शन करना
इसके अलावा, उन्होंने संसद में SIR (Stateless Identification Registry) पर चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार सत्ता में आए, तब संसद में सवाल उठे थे कि बिहार में कोई बांग्लादेशी नहीं है. रविशंकर प्रसाद के जवाब में भी इसका उल्लेख हुआ, लेकिन अब सवाल उठता है कि यह स्थिति कहां से आई.
दीपांकर भट्टाचार्य ने स्पष्ट किया कि उनका और कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य बिहार में मजबूत प्रदर्शन करना और देश में पार्टी के पुनरुत्थान की दिशा में ठोस कदम उठाना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की जीत जरूरी है, ताकि लोकतांत्रिक संतुलन कायम रहे और राज्य और देश में विपक्षी शक्ति मजबूत बने.
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