Bihar Election 2025: बिहार की सियासत में एक बार फिर चिराग पासवान सुर्खियों में हैं. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया अब अपने संगठन को अगले स्तर पर ले जाने की तैयारी में जुट गए हैं. सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती को 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में उतारने की योजना बनाई जा रही है. दो सीटों- सिकंदरा और राजापाकड़ में से किसी एक से उन्हें उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
जमुई से सांसद हैं अरुण भारती
अरुण भारती फिलहाल जमुई से सांसद हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार राजनीति में कदम रखा और शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की. अब यह चर्चा जोरों पर है कि एलजेपी (रामविलास) उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारकर पार्टी की संगठनात्मक पकड़ और व्यापक जनाधार को मजबूत करना चाहती है.
‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ पर फोकस
चिराग पासवान की पार्टी लगातार अपने मूल एजेंडे ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ पर आगे बढ़ रही है. पार्टी नेतृत्व का मानना है कि यह विजन केवल लोकसभा तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि विधानसभा स्तर तक पहुंचना चाहिए. इसी रणनीति के तहत पार्टी इस बार के विधानसभा चुनाव में अधिकतम सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
NDA में सीटों को लेकर खींचतान
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के अंदर सीट बंटवारे को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है. दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और चिराग पासवान के बीच हाल ही में बैठक हुई, जिसमें भाजपा 20 से 22 सीटों का प्रस्ताव रख चुकी है. मगर चिराग पासवान 35 सीटों से कम पर तैयार नहीं हैं. यही नहीं, उनकी पार्टी ने केंद्र या राज्य के उच्च सदन में एक सीट और एक महत्वपूर्ण मंत्रालय की भी मांग रखी है.
चिराग की दावेदारी वाली सीटें
एलजेपी (रामविलास) ने अपने प्रभाव वाले जिलों- वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई में 2-2 सीटों की दावेदारी जताई है. इसके अलावा पार्टी ने गोविंदगंज सीट पर भी दावा ठोका है, जो इस वक्त भाजपा के पास है.
भाजपा की ओर से स्थिति संभालने के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, संगठन महामंत्री विनोद तावड़े और बिहार प्रभारी मंगल पांडेय ने चिराग से बातचीत की है. हालांकि, अंतिम फैसला भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करेगा.

