Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है और इस बार लोकतंत्र के इस महापर्व में एक खास वर्ग फिर से अपनी भूमिका निभाने को तैयार है. वे 14 हजार मतदाता जो 100 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक, राज्य में ऐसे हजारों शतायु मतदाता हैं जिन्होंने आजाद भारत से लेकर अब तक के लगभग हर चुनाव को देखा और जिया है.
85 वर्ष से अधिक उम्र वाले 4.4 लाख मतदाता
चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, बिहार में कुल 7.43 करोड़ वोटर हैं. जिनमें 3.92 करोड़ पुरुष और 3.50 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं. इनमें से 14 हजार वोटर ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 वर्ष से ऊपर है, जबकि 85 वर्ष से अधिक उम्र वाले मतदाताओं की संख्या 4.4 लाख है.
लोकतंत्र के गवाह हैं ये मतदाता
ये शतायु मतदाता न सिर्फ लोकतंत्र के गवाह हैं, बल्कि उसकी आत्मा भी हैं. इन बुजुर्ग मतदाताओं ने आजादी के बाद से लेकर हर सत्ता परिवर्तन तक का इतिहास अपनी आंखों से देखा है. आयोग का कहना है कि उनके उत्साह और भागीदारी से आने वाली पीढ़ियों को लोकतांत्रिक मूल्यों की सीख मिलती है.
40 साल बाद दो फेज में होंगे चुनाव
दिलचस्प बात यह है कि बिहार में इस बार चुनाव 40 साल दो चरणों में होंगे. पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को सम्पन्न होगा. मतगणना 14 नवंबर को होगी, जबकि चुनाव की पूरी प्रक्रिया 16 नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी.
22 साल बाद बिहार में हुआ SIR
बिहार में करीब 22 साल बाद विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कराया गया है, जिससे वोटरों की सूची में सुधार हुआ है. वहीं, पहली बार वोट डालने वाले 14.01 लाख युवा मतदाता भी लोकतंत्र की इस यात्रा में अपनी भूमिका निभाएंगे. इन सबके बीच, सबसे प्रेरणादायक दृश्य वे होंगे जब सदी पार कर चुके मतदाता बूथ तक पहुंचकर मतदान करेंगे. यह सिर्फ एक वोट नहीं, बल्कि लोकतंत्र के प्रति उनकी अटूट निष्ठा और जीवंत संदेश का प्रतीक होगा.

