Constitution Club of India Election: भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (सीसीआई) के सचिव (प्रशासन) के लिए हुए चुनाव में जीत दर्ज की. उन्होंने अपनी ही पार्टी के सहयोगी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान को हराकर यह जीत हासिल की. यह चुनाव काफी दिलचस्प रहा और इसमें रूडी ने 102 वोटों के अंतर से सचिव पद पर जीत हासिल की. चुनाव में कुल 707 वोट पड़े. बताया गया कि सीसीआई चुनावों में अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत हुआ. जीत के बाद रूडी ने कहा कि हमारी टीम ने एक बड़ी जीत हासिल की है.
राजीव प्रताप रूडी ने क्या कहा ?
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब चुनाव जीतने पर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा, “मैं 100 से ज़्यादा वोटों से जीता हूं और अगर इसे 1000 वोटों से गुणा किया जाए, तो यह संख्या 1 लाख हो जाती है. यह मेरे पैनल की जीत है मैं आभार व्यक्त करना चाहूंगा. सभी पार्टियों के नेताओं ने इसमें भागीदारी ली. मेरे पैनल में बीजेपी, कांग्रेस, सपा, टीएमसी, TDP और निर्दलीय के सदस्य थे सबकी मेहनत से ये कामयाबी मिली है तो मैं उन सभी को आभार व्यक्त करना चाहूंगा. मुझे लगता है मेरे सांसद मित्रों और मेरी टीम और मुझे पिछले दो दशकों की मेहनत का फल मिला.”
20 सालों से सचिव पद पर हैं रूडी
भाजपा के दो बड़े नेताओं के बीच की यह टक्कर सिर्फ पार्टी के भीतर की प्रतिद्वंद्विता के कारण ही नहीं बल्कि जोरदार प्रचार के कारण भी चर्चा में रही. पांच बार के सांसद, कमर्शियल पायलट और पूर्व केंद्रीय मंत्री रूडी दो दशक से अधिक समय से क्लब के सचिव (प्रशासन) रहे हैं. उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें संस्थान को उबारने का श्रेय दिया गया. हालांकि, आलोचकों ने तर्क दिया कि अब एक नई टीम का समय आ गया है.
कंगना रनौत ने क्या कहा ?
उनके प्रतिद्वंद्वी, डॉ. संजीव बालियान पेशे से पशु चिकित्सक और पूर्व केंद्रीय मंत्री भी हैं. उन्होंने भी जोरदार प्रचार किया. इस दिलचस्प मुकाबले पर पहली बार की भाजपा सांसद कंगना रनौत ने टिप्पणी की, “पहली बार भाजपा बनाम भाजपा है, इसलिए यह काफी भ्रमित करने वाला है, खासकर हम जैसे नए लोगों के लिए.”
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रूडी के अलावा चुने गए ये लोग
लगभग आठ दशक पुराना संविधान क्लब वर्तमान और पूर्व सांसदों को अपने सदस्य के रूप में रखता है. सचिव (प्रशासन) पद के अलावा, अन्य प्रमुख पद निर्विरोध भरे गए. डीएमके सांसद पी. विल्सन सचिव (कोषाध्यक्ष) चुने गए, कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला सचिव (खेल) चुने गए, और विरोधी उम्मीदवारों के नाम वापस लेने के बाद डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने सचिव (संस्कृति) का पद हासिल किया.

