Bihar Bandh: (पटना से रोहित वर्मा और आदर्श सिंह की रिपोर्ट) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मां की गाली देने के मामले ने बिहार की राजनीति को उबाल पर ला दिया है. इसी कड़ी में एनडीए ने गुरुवार को बिहार बंद का आह्वान किया, जिसका असर राज्य के सभी 38 जिलों में साफ-साफ दिखाई दिया. सुबह से ही भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के सहयोगी दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए. बाजारों में जबरन दुकानों को बंद कराया गया और जगह-जगह विरोध मार्च निकाले गए. कई जगहों पर दुकानें बंद करवा दी गई तो कही एंबुलेंस को रोक दिया गया. पटना में भाजपा कार्यकर्ता इतने उग्र नजर आए कि हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की ही गाड़ी को रोक दिए.
BJP महिला मोर्चा की कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़क पर उतरीं
भारतीय जनता महिला मोर्चा की कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में सड़क पर उतरीं. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव से सार्वजनिक माफी की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की और दुकानें बंद करवाईं. जिसकी तस्वीरें आप देख सकते हैं.

दरभंगा में मंत्री, सांसद और विधायक खुद थाली पीट-पीटकर प्रदर्शन करते नजर आए. इस दौरान एनडीए नेताओं ने कहा कि “प्रधानमंत्री और उनकी मां का अपमान बिहार की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी.”
हालांकि, बंदी के बीच कई जगहों पर स्थिति उग्र होती दिखी. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों में देखा गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने महिला शिक्षिका के साथ बदतमीजी की, वहीं कुछ जगहों पर दंपती के साथ धक्का-मुक्की और अभद्र व्यवहार किया गया.





विपक्षी दलों ने बोला भाजपा पर हमला
बिहार बंद को लेकर विपक्षी दलों ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि पार्टी अपने राजनीतिक फायदे के लिए आम जनता को परेशान कर रही है. वहीं, बीजेपी नेताओं का कहना है कि “यह बंद सिर्फ राजनीतिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री और मातृत्व का अपमान करने वालों के खिलाफ जनता का गुस्सा है.”
पटना समेत कई जिलों में दिखा बंद का असर
दिनभर चले विरोध-प्रदर्शनों के कारण राजधानी पटना समेत कई जिलों में ट्रैफिक प्रभावित हुआ और बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. जिसकी तस्वीरें आप देख रहे हैं. कुल मिलाकर, बिहार बंद के बहाने सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी टकराव और तेज हो गया है.

