वाशिंगटन: सोशल मीडिया साइट केयूजर्स की निजी जानकारियों के दुरुपयोग को लेकर कड़ी आलोचना में घिरी फेसबुक ने प्राइवेसी सेटिंग में कई बड़े बदलाव किये हैं. इसका उद्देश्य ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के इरादे से फेसबुक ने नये निजता टूल ( प्राइवेसी टूल) और सेटिंग के विकल्प दिये हैं.
इनकी मदद सेयूजर तय कर सकेगा कि वह फेसबुक के साथ अपनी किन सूचनाओं और जानकारी को साझा करना चाहता है. सोशल नेटवर्किंग साइट तब आलोचनाओं के घेरे में आगयी थी, जब यह खुलासा हुआ था कि वर्ष 2016 में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव अभियान से संबंधित एक ब्रिटिश फर्म ने करोड़ों यूजर्स के निजी डेटा का इस्तेमाल किया है.
फेसबुक के मुख्य निजता अधिकारी एरिन एगन और डिप्टी जनरल काउंसेल ऐश्ले बेरिंगर ने ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘कंपनी यह समझती है कि उसे लोगों को जागरूक बनाने के लिए और प्रयास करने होंगे’. उन्होंने कहा कि इन बदलावों पर पिछले कुछ समय से काम किया जा रहा है. उन्होंने लिखा, ‘हमें पता चला है कि निजता सेटिंग और अन्य महत्वपूर्ण टूल को ढूंढ़ना मुश्किल काम है. हम अतिरिक्त कदम उठा रहे हैं, ताकि आगामी हफ्तों में लोगों को उनकी निजता पर और नियंत्रण दिया जा सके.’
जो बदलाव किये जा रहे हैं, उनमें फेसबुक यूजर सेटिंग और साइट में एकत्र किये गये डाउनलोडऔर मिटाये गये डेटा को आसानी से खोज सकने (सर्च) का विकल्प देना शामिल है. फेसबुक का इस्तेमाल करीब दो अरब लोग करते हैं. फेसबुक ने कहा कि नयी निजता मेन्यू के माध्यम से यूजर आसानी से और जल्दी अपने अकाउंट की सुरक्षा बेहतर कर सकेंगे. साइट पर उनकी सूचनाओं और गतिविधियों को कौन देख सकता है, यह तय कर सकेंगे. साथ ही अपने पेज पर दिखने वाले विज्ञापनों पर भी नियंत्रण रख सकेंगे.

