नयी दिल्ली: वस्तु एवं सेवाकर परिषद (जीएसटी काउंसिल) की ओर से अभी हाल ही में हुई बैठक में मिड-साइज कार, लग्ज़री कार और एसयूवी पर सेस बढ़ाने का फैसला किया गया है. इन कारों पर क्रमशः 2, 5 और 7 फीसदी सेस बढ़ाया गया है, लेकिन इन कारों पर 2, 5 और 7 फीसदी सेस लगाये जाने के बाद किस मॉडल की कारों पर कितनी कीमतें बढ़ेंगी यह जान लेना भी बेहद जरूरी है. सही मायने में परिषद की ओर से सेस लगाये जाने के बाद लोगों में इस बात का असमंजस बना हुआ है कि किस कार पर कितनी कीमत बढ़ेगी.
इसे भी पढ़ें: लग्जरी गाडि़यों पर अब लगेगा 25 फीसदी सेस, कैबिनेट ने अध्यादेश पर लगायी मुहर
जीएसटी काउंसिल के अनुसार, यह निर्णय हाइब्रिड कारों को मिड-साइज, लग्ज़री और एसयूवी की तुलना में कम टैक्स के दायरे में लाने के लिए किया गया है. अब हाइब्रिड कारों पर मिड-साइज और लग्ज़री कारों की तुलना में कम टैक्स लगेगा. हालांकि, इलेक्ट्रिक और छोटी कारों की तुलना में इन पर ज्यादा टैक्स देना होगा. जीएसटी परिषद की इससे पहले हुई मीटिंग में लग्ज़री कारों और एसयूवी पर सेस को 15 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी करने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन अब जीएसटी काउंसिल ने मिड-साइज कार, लग्ज़री कार और एसयूवी सेगमेंट में क्रमशः 2, 5 और 7 फीसदी सेस बढ़ाया है.
नयी जीएसटी दर इस प्रकार है…
कारों का मॉडल | इंजन | बेस | सेस | नेट |
स्मॉल कार | पेट्रोल | 28.00 % | 1.00 % | 29.00 % |
डीज़ल | 28.00 % | 3.00 % | 31.00 % | |
मिड साइज कार | 28.00 % | 17.00 % (+2%) | 45.00 % | |
लग्ज़री कार | 28.00 % | 20.00 % (+5%) | 48.00 % | |
एसयूवी | 28.00 % | 22.00 % (+7%) | 50.00 % | |
हाइब्रिड | 28.00 % | 15.00 % | 43.00 % | |
इलेक्ट्रिक | 12.00 % | 0.00 % | 12.00 % |
कारों को इन श्रेणियों में रखा गया है
स्मॉल कार: चार मीटर से कम लंबी कार, जिस में 1.2 लीटर से ज्यादा क्षमता वाला पेट्रोल और 1.5 लीटर से ज्यादा क्षमता वाला डीजल इंजन ना लगा हो.
मिड-साइज कार: चार मीटर से ज्यादा लंबी कार, जिस में 1.5 लीटर से ज्यादा क्षमता वाला पेट्रोल और डीज़ल इंजन ना लगा हो.
लग्ज़री कार: चार मीटर से ज्यादा लंबी कार, जिस में 1.5 लीटर से ज्यादा क्षमता वाला पेट्रोल और डीज़ल इंजन लगा हो.
एसयूवी: 170 एमएम ग्राउंड क्लीयरेंस वाली चार मीटर से ज्यादा लंबी कार, जिस में 1.5 लीटर से ज्यादा क्षमता वाला पेट्रोल और डीज़ल इंजन लगा हो.
स्रोत: कारदेखो