Shabana Mahmood: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कैबिनेट फेरबदल में पाकिस्तानी मूल की सांसद शबाना महमूद को नया गृह मंत्री नियुक्त किया है. ऑक्सफोर्ड-शिक्षित महमूद ब्रिटेन की सबसे वरिष्ठ मुस्लिम महिला राजनेता हैं. उनकी नियुक्ति सोशल मीडिया पर विवाद का कारण बनी है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने शुक्रवार को अपनी कैबिनेट में व्यापक फेरबदल किया. यह कदम उप-प्रधानमंत्री एंजेला रेयनर के इस्तीफे के बाद उठाया गया, जिन्हें एक अपार्टमेंट की खरीद में स्टांप ड्यूटी कम चुकाने का दोषी पाया गया था. इस फेरबदल में सबसे बड़ा बदलाव पाकिस्तानी मूल की सांसद शबाना महमूद को गृह मंत्री (होम सेक्रेटरी) नियुक्त करना है.
कौन हैं शबाना महमूद? (Shabana Mahmood)
44 वर्षीय शबाना महमूद का जन्म ब्रिटेन के बर्मिंघम में हुआ. उनके माता-पिता कश्मीरी मूल के हैं. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के बाद उन्होंने वकालत (बैरिस्टर) के क्षेत्र में करियर शुरू किया. 2010 से वह बर्मिंघम लेडीवुड से सांसद चुनी जाती रही हैं. लेबर पार्टी में उन्हें विश्वसनीय और कट्टर समर्थक माना जाता है. महमूद ब्रिटेन की सबसे वरिष्ठ मुस्लिम महिला राजनेता हैं. उन्होंने कई बार शैडो कैबिनेट में जिम्मेदारियां निभाई हैं, हालांकि जेरेमी कॉर्बिन के नेतृत्व में वह उनकी टीम का हिस्सा नहीं बनीं.
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गृह मंत्री के रूप में चुनौतियां
गृह मंत्री का पद संभालने के बाद महमूद के सामने कई गंभीर चुनौतियां होंगी. इनमें अवैध आव्रजन, छोटे नावों से ब्रिटेन पहुंच रहे शरणार्थी और शरणार्थी होटलों का प्रबंधन जैसे संवेदनशील मुद्दे शामिल हैं. लेबर सरकार को इन मामलों में अब तक कमजोर माना गया है और विपक्ष लगातार हमलावर है. महमूद की सख्त आव्रजन नीतियों को लेकर भी बहस तेज हो गई है.
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं
शबाना महमूद की नियुक्ति ने सोशल मीडिया पर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है. कई लोगों ने इसे अल्पसंख्यक समुदायों की राजनीतिक बढ़त और सामाजिक एकीकरण का प्रतीक बताया, वहीं कुछ यूजर्स ने चिंता जताई. ब्रिटिश पत्रकार टॉमी रॉबिन्सन ने लिखा कि महमूद ने कुरान पर शपथ ली थी और कहा था कि इस्लाम उनके जीवन का सबसे बड़ा आधार है. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी सोच रखने वाली नेता के हाथों में देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं रह सकतीं. इसी तरह, यूजर क्रिस रोज ने महमूद पर इजरायल विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने और अराजकता बढ़ाने के आरोप लगाए. कई लोगों ने उनके बयान“इस्लाम मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है” को लेकर भी नाराजगी जताई.
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कैबिनेट में अन्य बदलाव
रेयनर की जगह विदेश मंत्री डेविड लैमी को उप-प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. लैमी अब न्याय मंत्रालय भी देखेंगे. वहीं, विदेश मंत्रालय का कार्यभार अब पूर्व गृह मंत्री यवेट कूपर को सौंपा गया है. इसके अलावा पर्यावरण, व्यापार और विज्ञान-प्रौद्योगिकी मंत्रालयों में भी बदलाव हुए हैं और दो मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है.
सरकार पर बढ़ते दबाव
कीर स्टारमर ने जुलाई 2024 में 14 साल पुरानी कंजरवेटिव सरकार को हटाकर सत्ता संभाली थी. लेकिन उनकी सरकार शुरुआत से ही विवादों और चुनौतियों से घिरी रही है. कल्याणकारी योजनाओं में यू-टर्न, बुजुर्गों के लिए ईंधन लाभ पर असमंजस और कमजोर आर्थिक सुधारों ने उनकी साख को प्रभावित किया है. सबसे बड़ी चुनौती अवैध प्रवास को रोकने की रही है. छोटे नावों से लगातार शरणार्थी ब्रिटेन पहुंच रहे हैं, जिससे नाइजेल फराज की रिफॉर्म यूके पार्टी को लोकप्रियता मिली है. इस स्थिति से निपटने का जिम्मा अब शबाना महमूद के कंधों पर है.
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रेयनर का विवाद और इस्तीफा
एंजेला रेयनर ने ब्राइटन के पास खरीदे गए समुद्र तटीय अपार्टमेंट पर स्टांप ड्यूटी कम चुकाने की बात स्वीकार की. जांच में पाया गया कि उन्होंने पुराने पारिवारिक घर के दस्तावेज में फेरबदल कर नए फ्लैट को मुख्य निवास दिखाया, जिससे लगभग 40,000 पाउंड का कर बचा. रेयनर ने गलती मानते हुए इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्हें बेहतर सलाह लेनी चाहिए थी. स्टारमर ने अफसोस जताते हुए कहा कि रेयनर पार्टी में अब भी एक बड़ी हस्ती बनी रहेंगी.

