Pakistan Balochistan Militant Attack: आतंकवाद और असुरक्षा की आग में झुलस रहा पाकिस्तान एक बार फिर हिंसक घटनाओं का गवाह बना है. खासकर खैबर पख्तूनख्वा जैसे संवेदनशील इलाकों में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं, जहां आम लोग और सुरक्षा बल दोनों ही हमलों की चपेट में हैं. उत्तरी वजीरिस्तान में हुआ ताज़ा हमला इसी अस्थिरता की एक और कड़ी है. पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान में गुरुवार को मिलिटेंट्स ने एक बड़ा विस्फोटक हमला किया, जिसमें कम से कम तीन पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई, जबकि 27 नागरिक घायल हो गए. यह हमला मीर अली बाजार इलाके में हुआ, जहां तेज धमाके के बाद अचानक भारी गोलीबारी शुरू हो गई. धमाके और फायरिंग से पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई.
हमले के तुरंत बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने मीर अली बाजार और आसपास के इलाकों में आतंकियों के खिलाफ व्यापक तलाशी और अभियान शुरू कर दिया. CNN-News18 की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी वजीरिस्तान के हस्सू खेल और मोसाकी गांवों में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. स्थानीय सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा बलों ने आतंकियों को निशाना बनाने के लिए क्वाडकॉप्टर ड्रोन और मोर्टार का सहारा लिया.
सुबह से अब तक मोसाकी और हस्सू खेल गांवों पर 200 से अधिक मोर्टार गोले दागे जा चुके हैं. इस गोलाबारी में अवामी नेशनल पार्टी (ANP) के नेता मलिक निसार अली का घर भी चपेट में आ गया, जिसमें उनकी बेटी, भाई और भतीजा गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं, स्थानीय नेता अमीनुद्दीन मोसाकी भी गंभीर रूप से जख्मी बताए जा रहे हैं. दूसरे हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को सील कर दिया है. आपातकालीन सेवाओं और अतिरिक्त सुरक्षाबलों को घटनास्थल की ओर भेजा गया है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जब तक तलाशी और सफाई अभियान पूरा न हो जाए, वे अपने घरों में ही रहें.
सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट के मुताबिक, आज पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान स्थित मीर अली में राज्य संस्थानों और राज्य समर्थित आतंकियों के बीच भीषण संघर्ष छिड़ गया है, जिससे मोस्की और खिसोखेल गांव पूरी तरह जंग का मैदान बन गए हैं. इन गांवों में दर्जनों लोग घायल पड़े हैं, जबकि सेना ने सभी रास्तों को सील कर दिया है. घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
पूरे उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र में अब कोई सुरक्षित जगह नहीं बची है. पहले की तरह एक बार फिर आम नागरिक ही सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और आज भी वही दर्दनाक सिलसिला दोहराया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, एक क्वाडकॉप्टर ड्रोन हमले में पीटीएम (पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट) के सदस्य मुक्तादिर दावर के घर को निशाना बनाया गया, जिसमें उनके पिता घायल हो गए. इसी तरह अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के अध्यक्ष मलिक निसार अली खान के घर पर भी राज्य संस्थानों की ओर से किए गए क्वाडकॉप्टर ड्रोन हमले में दो लोग घायल हुए हैं.
लड़ाई को रोकने के लिए एक अमन लश्कर (शांति मार्च) भी निकाला गया, लेकिन इसके बावजूद राज्य संस्थानों द्वारा किए गए क्वाडकॉप्टर ड्रोन हमलों में कई लोग घायल हो गए. सूत्रों के अनुसार, इनमें से कुछ की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. बाद में सैयद इकरार पश्तीन नाम के यूजर ने बताया कि इस हमले में 9 बच्चे भी घायल हुए हैं.
यह ताजा हमला उस घटना के कुछ ही दिनों बाद हुआ है, जब शुक्रवार को उत्तरी वजीरिस्तान के बोया इलाके में एक पाकिस्तानी सुरक्षा शिविर पर हमला किया गया था. रिपोर्टों के मुताबिक, उस हमले के बाद हुई जवाबी कार्रवाई में कम से कम चार आतंकियों को मार गिराया गया था. सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, मीरानशाह के बोया मुहम्मद खेल स्थित मिलिट्री बटालियन मुख्यालय को उस समय निशाना बनाया गया, जब एक आत्मघाती हमलावर ने शिविर की बाहरी सुरक्षा पर खुद को उड़ा लिया. इसके बाद आतंकियों ने अंदर घुसने की कोशिश की. चश्मदीदों के मुताबिक, पहले जोरदार विस्फोट हुआ और फिर लंबे समय तक भीषण गोलीबारी की आवाजें गूंजती रहीं.
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