North Korea troops helping Russia in de-mining: रूस और नॉर्थ कोरिया का आपसी सहयोग एक नई ऊचाईयों तक पहुंच रहा है. कोरिया न सिर्फ रूस की रक्षा क्षेत्र में मदद कर रहा है, बल्कि वह खतरों से भी खेल रहा है. रूसी रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर कोरियाई सैनिकों ने रूस के पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी घुसपैठ को रोकने में मदद की थी. अब वह उस क्षेत्र से बारूदी सुरंगों को हटाने (डिमाइनिंग) में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी वीडियो में उत्तर कोरियाई सैनिकों को विभिन्न प्रकार की बारूदी सुरंगें और उनका पता लगाने वाले उपकरण दिखाए जाते हुए दिखाया गया. वीडियो में उन्हें प्रशिक्षण अभ्यास में हिस्सा लेते और देशभक्ति गीत गाते भी देखा गया.
दोनों देशों के बीच पारस्परिक रक्षा समझौते के तहत, उत्तर कोरिया ने पिछले साल लगभग 14,000 सैनिक रूस के साथ लड़ने के लिए कुर्स्क भेजे थे. दक्षिण कोरियाई, यूक्रेनी और पश्चिमी सूत्रों के अनुसार एक न्यूज एजेंसी ने बताया कि इनमें से 6,000 से अधिक मारे गए हैं. अगस्त 2024 में यूक्रेनी सैनिक पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र में दाखिल हुए थे और महीनो तक उस पर कब्जा बनाए रखा. आखिरकार अप्रैल 2025 में उन्हें बाहर कर दिया गया, इस पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि रूसी बलों ने उत्तर कोरियाई सैनिकों की मदद से उन्हें बाहर खदेड़ा गया.
किम जोंग ने कहा था- सहायता जारी रहेगी
रूस के डिमाइनिंग अभियान में उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौजूदगी प्योंगयांग-मॉस्को की सैन्य साझेदारी को रेखांकित करती है. पिछले महीने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने कहा था कि यह सहायता बिना रुके आगे बढ़ती रहेगी. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में उत्तर कोरियाई सैनिकों को अलग-अलग प्रकार की बारूदी सुरंगें और उनका पता लगाने वाले उपकरण दिखाए जा रहे हैं. वीडियो में उन्हें प्रशिक्षण अभ्यास में हिस्सा लेते और देशभक्ति गीत गाते भी देखा गया.
रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए वीडियो में एक रूसी कमांडर, जिनका कॉल साइन वेल्स है, उन्होंने कहा, “वे बहुत अच्छे लड़के हैं, जल्दी सीखते हैं, ध्यान से सुनते हैं और नोट्स लेते हैं.” एक अन्य कमांडर लेसनिक ने कहा, “वे मेरे सैपर्स के बराबर स्तर पर हैं और वही काम कर रहे हैं जो मेरे लोग करते हैं.”
भारी मात्रा में दबी हैं बारूदी सुरंगें
रूसी सैन्य समाचार आउटलेट क्रास्नाया ज्वेज्दा कहा कि रूसी और उत्तर कोरियाई सैनिक कुर्स्क में यूक्रेन की सेना द्वारा छोड़ी गई पहले कभी न देखी गई मात्रा की एंटी-टैंक और एंटी-पर्सनल बारूदी सुरंगों का सामना कर रहे हैं. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि इनमें से कई उपकरण नाटो देशों द्वारा निर्मित थे. रिपोर्ट के अनुसार, कुर्स्क के बोल्शेसोलदात्स्की क्षेत्र में 64 में से 37 बस्तियां अब भी नागरिकों के लिए प्रतिबंधित हैं, क्योंकि वहां बारूदी सुरंगों का खतरा बना हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया कि डिमाइनिंग कार्य के दौरान सैपर्स पर यूक्रेनी तोपखाने और ड्रोन से हमले हो रहे हैं. हालांकि इस दावे स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है.
रूस ने जताया आभार
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस इस निस्वार्थ, वीरतापूर्ण सहायता के लिए आभारी है. उन्होंने कहा, “हम इस मदद को कभी नहीं भूलेंगे. यह काम जारी है. यह खतरनाक और कठिन है, लेकिन हमारे कोरियाई दोस्त वाकई हमारी मदद कर रहे हैं और हम इसकी बहुत सराहना करते हैं.”
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