Japan Foreign Workers: जापान इन दिनों एक अहम फैसला लेने वाला है. देश में काम करने वाले लोगों की कमी बहुत बढ़ चुकी है, लेकिन साथ ही विदेशी नागरिकों की संख्या बढ़ने को लेकर जनता में चिंता भी है. ऐसे में जापान सरकार ने अपने पुराने प्रशिक्षण और वीजा सिस्टम की समीक्षा की है. क्योडो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री साने ताकाइची के निर्देश पर नई नीति तैयार की जा रही है, जिससे देश में कामगारों की कमी पूरी हो और नियम-कानून भी सख्त रहें.
नया प्रशिक्षण कार्यक्रम- ‘कौशल विकास के लिए रोजगार’
सरकार पुराने Technical Intern Training Program को खत्म कर रही है, जिसे अक्सर सस्ती मजदूरी और मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोपों का सामना करना पड़ा. इसके बजाय नया कार्यक्रम ‘कौशल विकास के लिए रोजगार’ (Employment for Skill Development) शुरू होगा. इस नए सिस्टम में विदेशी प्रशिक्षु तीन साल काम करने के बाद Specified Skilled Worker श्रेणी में शामिल हो सकेंगे, जिससे उन्हें जापान में लंबे समय तक रहने और काम करने का मौका मिलेगा.
Japan Foreign Workers in Hindi: विदेशी श्रमिकों की संख्या और लक्ष्य
रफ ड्राफ्ट के अनुसार, जापान अगले कुछ सालों में स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर प्रोग्राम के तहत मार्च 2029 तक लगभग 8,05,000 विदेशी श्रमिकों (foreign labour) को शामिल करना चाहता है. यह संख्या मार्च 2024 में तय किए गए 8,20,000 लक्ष्य से थोड़ी कम है. सरकार का कहना है कि डिजिटल तकनीक और उत्पादकता बढ़ाकर यह संख्या आसानी से पूरी की जा सकती है. मौजूदा और नए सिस्टम को मिलाकर कुल 1.23 मिलियन विदेशी श्रमिक जापान में काम करेंगे. प्रधानमंत्री ताकाइची की कैबिनेट जनवरी में इस योजना को अंतिम मंजूरी दे सकती है.
नए कार्यक्रम का दायरा
नई योजना में 17 सेक्टर शामिल होंगे, जिनमें कृषि और निर्माण प्रमुख हैं. वर्तमान में स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर सिस्टम में 19 सेक्टर शामिल हैं. जापान में इस श्रेणी के दो प्रकार के वीजा हैं: पहला वीजा पांच साल तक रहने की अनुमति देता है, जबकि दूसरा वीजा लगातार नवीनीकरण के साथ स्थायी निवास का रास्ता खोलता है. पहला वीजा उन श्रमिकों के लिए है जिनके पास काफी ज्ञान या अनुभव है, जबकि दूसरा उन लोगों के लिए है जिनकी अत्यधिक और कुशल क्षमता है.
जून 2025 तक लगभग 3,33,000 लोग स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर I स्थिति में काम कर रहे हैं, जबकि लगभग 4,49,000 तकनीकी प्रशिक्षु जापान में काम कर रहे हैं. प्रस्तावित सीमा केवल स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर I श्रेणी के लिए लागू होगी.
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