Israel Parliament Declares Trump Peace President: जब दुनिया के नेता नोबेल शांति पुरस्कार के नामांकन और दावेदारी की राजनीति में उलझे हैं, इजराइल ने सोमवार को अपने दृष्टिकोण से बाजी मार ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संसद में “शांति का राष्ट्रपति” बताया गया और अगले साल के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए उनके वैश्विक स्तर पर नामांकन की तैयारी शुरू करने की घोषणा की गई. यह कदम उस समय आया है जब ट्रम्प इस साल पुरस्कार से नजरअंदाज किए गए और उनकी जगह वेनेज़ुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को यह सम्मान मिला.
नेतन्याहू का ट्रम्प के लिए खुला मानवीय और राजनैतिक समर्थन
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप की मध्य पूर्व शांति पहल में निभाई भूमिका के लिए उन्हें इजराइल का सर्वोच्च सम्मान देने का ऐलान किया. उन्होंने कहा, “आपने हमारे लिए जो कुछ भी किया, उसके लिए धन्यवाद. मैंने देश के सर्वोच्च सम्मान, इजराइल पुरस्कार के पहले गैर-इजराइली प्राप्तकर्ता बनने के लिए आपका नामांकन प्रस्तुत किया है. नोबेल शांति पुरस्कार आपको बस समय की बात है.”
संसद में बोलते हुए नेतन्याहू ने ट्रम्प की वैश्विक तेजी और निर्णायक नेतृत्व की सराहना की और उन्हें “इजराइल का सच्चा मित्र” बताया. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप के नेतृत्व ने विश्व राजनीति और क्षेत्रीय स्थिरता में अभूतपूर्व योगदान दिया.
#WATCH | Israeli PM Benjamin Netanyahu nominates US President Donald Trump for the Israel Prize, Israel's highest prize
— ANI (@ANI) October 13, 2025
Source: U.S Network Pool via Reuters pic.twitter.com/CJD6Zz90R0
Israel Parliament Declares Trump Peace President: ट्रम्प का योगदान- युद्धविराम और बंधकों की रिहाई
इजराइली संसद के अध्यक्ष अमीर ओहाना ने ट्रंप की भूमिका की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम कराकर फिलिस्तीनी कैदियों और इजराइली बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की. ओहाना ने कहा, “दुनिया में शांति को बढ़ावा देने के लिए आपसे ज़्यादा काम करने वाला कोई नहीं था. आपने अनगिनत जानें बचाईं. जैसा कि हमारे ऋषि-मुनि सिखाते हैं, जो कोई एक जान बचाता है, मानो उसने पूरी दुनिया को बचा लिया हो.”
सांसदों ने उनकी इस टिप्पणी पर खड़े होकर तालियां बजाईं. ओहाना ने ट्रम्प की तुलना फारसी शासक साइरस महान और यहूदी इतिहास के महानायक से करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व ने शांति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मोड़ स्थापित किया.
संसद में नेतन्याहू और ट्रम्प की दोस्ती
नेतन्याहू ने संसद में ट्रम्प को “व्हाइट हाउस में इजराइल का अब तक का सबसे बड़ा दोस्त” बताया और कहा, “किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजराइल के लिए इतना कुछ नहीं किया.” उन्होंने यह भी कहा कि इजराइली सैनिकों ने हमास पर शानदार जीत हासिल की और क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने का संकल्प लिया.
बंधकों की वापसी और लोगों की प्रतिक्रियाएं
इजराइल ने सोमवार को घोषणा की कि गाजा में दो साल कैद में रहने के बाद शेष 20 बंधक स्वदेश लौट आए. यह ऐलान ट्रम्प की सक्रिय भूमिका और हमास के साथ युद्धविराम समझौते के कुछ ही समय बाद हुआ. तेल अवीव में बंधकों के परिवारों ने रिहाई की खबर सुनते ही फूट-फूट कर रोना शुरू कर दिया, जयकारे लगाए और गाने गाए. रामल्लाह में भी लोग सड़क पर उतरे और “अल्लाहु अकबर” के नारे लगाए. युद्धविराम समझौते के तहत इजराइल लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने वाला है.
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