21.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

हमास ने दो साल बाद सभी 20 इजराइली बंधकों को किया रिहा, ट्रंप बोले- ‘युद्ध खत्म हो गया’

Hamas Releases 20 Israeli Hostage: हमास ने 738 दिन बाद 7 इजराइली बंधकों को रिहा किया, 13 अन्य बंधक दो घंटे बाद मुक्त हुए. बंधकों की हालत, मृतकों की वापसी, फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और ट्रंप के इजराइल दौरे के बाद गाजा युद्धविराम का पूरा अपडेट क्या है इसके बारे में विस्तार से जानें.

Hamas Releases 20 Israeli Hostage: गाजा से बड़ी खबर है. 7 अक्टूबर, 2023 के हमास के हमलों के बाद बंदी बने इजराइली बंधकों में से पहला समूह, जिसमें सात लोग शामिल थे, आज स्थानीय समयानुसार सुबह 8 बजे के कुछ ही देर बाद रिहा कर दिया गया. यह एक ऐसा पल है जिसे इंतजार कर रहे परिवारों के लिए राहत और खुशी लेकर आया.

Hamas Releases 20 Israeli Hostage: कौन-कौन रिहा हुए?

हमास ने जिव और गली बर्मन, मतन अंगरेस्ट, एतान मोर, ओमरी मीरान, गाय गिल्बोआ-दलाल और एलन ओहेल को रिहा किया. इन सात बंधकों ने 738 दिन की कठिन और अंधेरी कैद बिताई. दो घंटे बाद अन्य 13 बंधकों को भी मुक्त किया गया. रिहाई से पहले, हमास ने बंधकों को उनके परिवारों से वीडियो कॉल के माध्यम से जोड़ा और परिवारों से इसे इजराइली प्रेस में प्रकाशित करने का अनुरोध किया. बंधकों को गाजा के बाहर एक सैन्य अड्डे पर ले जाकर उनके परिवारों से मिलवाया गया और फिर उन्हें इलाज के लिए इज़राइल के अस्पतालों में भेजा गया.

बंधकों की हालत

एक्सियोस  के अनुसार, सभी बंधकों ने अधिकतर समय भूमिगत सुरंगों में बिताया, जहां उन्हें बहुत कम खाना-पानी मिलता था और 7 अक्टूबर के हमास हमलों के दौरान लगे घावों के लिए लगभग कोई मेडिकल सुविधा नहीं थी. इजराइली अधिकारियों को चिंता है कि उनमें से कई की सेहत बहुत खराब हो सकती है. व्हाइट हाउस के दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा, “आज, बीस परिवारों को इस असहनीय पीड़ा से मुक्ति मिली कि वे अपने प्रियजनों को फिर कभी देख भी पाएंगे या नहीं. लेकिन मेरा दिल उन लोगों के लिए तड़प रहा है जो जीवित नहीं लौटेंगे.”

मृत बंधकों की वापसी और मल्टीनेशनल प्रयास

समझौते के तहत हमास को 28 मृत बंधकों के शव भी लौटाने हैं, जिनमें दो अमेरिकी इते चेन और ओमर न्यूत्रा भी शामिल हैं. हमास ने कहा कि सभी शवों का सही स्थान उन्हें नहीं पता और कुछ मामलों में उनकी सुरक्षा कर रहे आतंकवादी मारे गए या शव मलबे में दबे हुए थे. मृत बंधकों के संभावित स्थानों की जानकारी साझा करने और गाजा में तलाशी अभियान चलाने के लिए एक बहुराष्ट्रीय टीम का गठन किया गया है.

Hamas Releases 20 Israeli Hostage: बदले में फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई

बंधकों की रिहाई के बदले में, इजराइल 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, जो आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. दो दर्जन कैदियों को छोड़कर बाकी सभी रिहा होंगे. इसके अलावा, 7 अक्टूबर के बाद गाजा में हिरासत में लिए गए 1,700 फिलिस्तीनियों को भी छोड़ा जाएगा. हालांकि, हमास के उग्रवादियों और प्रमुख फिलिस्तीनी नेताओं जैसे इब्राहिम हमीद और मारवान बरघौती को इजराइल ने रिहा करने से इनकार कर दिया है.

ट्रंप इजराइल में, युद्धविराम पर जोर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को इजराइल पहुंचे. उन्होंने युद्धविराम को “युद्ध समाप्त होने” का संकेत बताया. उनका कार्यक्रम बंधकों के परिवारों से मुलाकात, नेसेट को संबोधित करना और मिस्र में क्षेत्रीय शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेना है. इस शांति सम्मेलन में फिलिस्तीनी नेता महमूद अब्बास भी शामिल हो सकते हैं. अमेरिका समर्थित योजना में गाजा की निगरानी के लिए अंतरराष्ट्रीय निकाय बनाए जाने की परिकल्पना है. इजराइल का कहना है कि हमास का निरस्त्रीकरण जरूरी है, जबकि हमास पूर्ण वापसी की मांग करता है.

दो साल का संघर्ष और मानवीय संकट

यह युद्ध 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ, जब हमास के नेतृत्व वाले उग्रवादियों ने दक्षिणी इजराइल पर अचानक हमला किया. इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए और 251 बंधक बने. इसके जवाब में इजराइल के हमलों में गाजा के 67,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें लगभग आधे महिलाएं और बच्चे थे. गाजा के 20 लाख निवासियों में से लगभग 90 प्रतिशत विस्थापित हो गए और इलाका खंडहर में बदल गया.

युद्धविराम के तहत, इजराइल ने गाजा के लिए 190,000 मीट्रिक टन मानवीय सहायता की मंजूरी दी है. इसे रोजाना 600 ट्रक तक बढ़ाने की योजना है. संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ्लेचर ने कहा, “गाजा का अधिकांश हिस्सा बंजर भूमि है.” अगले दो महीनों में आवश्यक सेवाओं को बहाल करने और मलबा हटाने की योजना बनाई गई है.

ये भी पढ़ें:

दो साल बाद घर लौटे 7 इजरायली बंधक, गले लगते ही मां ने कहा- ‘अब कोई युद्ध नहीं’; वीडियो देखकर आ जाएगा रोना

गाजा में फिर छिड़ी जंग, एक ही दिन में 27 लोगों की मौत, इजरायल नहीं हमास के खिलाफ इस कबीले ने खोला मोर्चा

Govind Jee
Govind Jee
गोविन्द जी ने पत्रकारिता की पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल से की है. वे वर्तमान में प्रभात खबर में कंटेंट राइटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत हैं. वे पिछले आठ महीनों से इस संस्थान से जुड़े हुए हैं. गोविंद जी को साहित्य पढ़ने और लिखने में भी रुचि है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel