12.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

काबुल में रूसी दूतावास के बाहर फिदायीन हमले की IS ने ली जिम्मेदारी, दो राजनयिक समेत 20 लोगों ने गंवाई जान

इस्लामिक स्टेट की ओर से टेलीग्राम पर जारी किए गए मैसेज में कहा गया है कि इस धमाके में कुल 25 लोग घायल हुए या मारे जा चुके हैं. मैसेज में यह भी कहा गया है कि धमाके में मरने वालों में कम से कम दो रूसी कर्मचारी भी शामिल थे.

काबुल : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रूसी दूतावास के बाहर सोमवार को हुए फिदायीन हमले की इस्लामिक स्टेट ने जिम्मेदारी ली है. इस फिदायीन हमले में रूस के दो राजनयिक समेत करीब 20 लोगों की मौत हो गई है. बीबीसी हिंदी की एक रिपोर्ट के अनुसार, चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान ने मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम के जरिए काबुल में रूसी दूतावास के बाहर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला उस समय किया गया था, जब रूसी दूतावास के बाहर लोग वीजा बनाने के लिए खड़े थे. इसी वक्त इस्लामिक स्टेट खुरासान के एक लड़ाके ने खुद को बम से उड़ा दिया.

इस्लामिक स्टेट ने जारी किया हमलावर की तस्वीर

इस्लामिक स्टेट की ओर से टेलीग्राम पर जारी किए गए मैसेज में कहा गया है कि इस धमाके में कुल 25 लोग घायल हुए या मारे जा चुके हैं. मैसेज में यह भी कहा गया है कि धमाके में मरने वालों में कम से कम दो रूसी कर्मचारी भी शामिल थे. हालांकि, इस घटना में हताहतों में कुछ तालिबानी सदस्य भी शामिल हैं, जो रूसी दूतावास के बाहर सुरक्षा के लिए तैनात किए गए थे. बीबीसी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चरमपंथी संगठन ने फिदायीन हमलावर का नाम वकास अल-मुहाजिर बताया है. इस्लामिक स्टेट खुरासान ने उसकी नकाब पहने तस्वीर भी जारी की है.

धमाके के वक्त वीजा बनाने के लिए कतार में खड़े थे लोग

बता दें कि सोमवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रूसी दूतावास के बाहर हुए एक आत्मघाती हमले में दूतावास के दो कर्मचारियों और अफगानिस्तान में एक विदेशी राजनयिक मिशन पर हमले में कम से कम एक अफगान नागरिक की मौत हो गई. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती और विदेश मंत्रालय के अनुसार, विस्फोट दूतावास के कांसुलर सेक्शन के प्रवेश द्वार पर उस समय हुआ, जब एक रूसी राजनयिक वीजा के लिए बाहर कतार में खड़े लोगों के नाम पुकारने के लिए निकल कर आए.

Also Read: काबुल में रूसी दूतावास के पास जोरदार धमाका, दो राजनियिक समेत 20 लोगों की मौत
राजनयिक मिशन पर पहली बार किया गया हमला

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट समूह ने सोमवार की देर रात इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि एक फिदायीन हमलावर ने दूतावास के प्रवेश द्वार पर खुद को विस्फोट कर उड़ा दिया. हालांकि, सोमवार का हमला, तालिबान के सत्ता हथियाने के बाद काबुल में किसी विदेशी राजनयिक मिशन को निशाना बनाने वाली पहली घटना है. इन हमलों में लगातार तालिबान की स्थिति या अल्पसंख्यक समूहों, विशेष रूप से शियाओं की मस्जिदों को निशाना बनाया है. आम तौर पर उन्हें अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी पर दोषी ठहराया गया है, जो तालिबान का विरोध करता है और शियाओं से नफरत करता है. हालांकि, यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि आतंकवादियों ने विशेष रूप से रूसी दूतावास को क्यों निशाना बनाया.

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel