वाशिंगटन : अमेरिका ने पाकिस्तान की तालिबान के साथ वार्ता को उसका अंदरुनी मामला बताया और चरमपंथ का मुकाबला करने में इस्लामाबाद के प्रयासों के प्रति अपना समर्थन दोहराया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की तालिबान के साथ शांति वार्ता को आगे बढ़ाये जाने की घोषणा को लेकर पूछे गये सवाल पर विदेश मंत्रलय के एक प्रवक्ता ने कल बताया कि टीटीपी के साथ वार्ता का मुद्दा पाकिस्तान का अंदरुनी मामला है.
प्रवक्ता ने कहा ‘‘हम टीटीपी और इस तरह के जैसे अन्य संगठनों से उत्पन्न खतरों को कम करने सहित हिंसक चरमपंथ से मुकाबला करने के पाकिस्तान के प्रयास का समर्थन करते हैं. ’’ उन्होंने कहा कि मोटे तौर पर, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच चरमपंथी हिंसा को खत्म करने के लिए महत्वपूर्ण साझा सामरिक हित हैं जिससे और अधिक समृद्ध, स्थायी और शांतिपूर्ण क्षेत्र का निर्माण हो सके.
शरीफ के राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के विदेश मंत्री जॉन केरी, रक्षा मंत्री चक हेजल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजैन राइस सहित ओबामा प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से इस सप्ताह के शुरु में मिलने के एक दिन बाद अमेरिका की यह प्रतिक्रिया सामने आयी है.