पोर्ट लुई : मारीशस के बैंकिंग उद्योग के मंच ने कहा है कि उसके देश के कानून इतने सख्त हैं कि मनीलांडरिंग जैसी गैरकानूनी गतिविधियों के लिए उनका दुरुपयोग नहीं किया जा सकता. मंच ने इस धारणा को खारिज किया कि इस द्वीप देश को भारत के लोगों के काले धन को निवेश के रुप में वापस भारत भेजने या मनीलांडरिंग के आसान रास्ते के रुप में इस्तेमाल किया जाता है.
मारीशस बैंकर्स एसोएशिन (एमबीए) की मुख्य कार्यकारी आयशा तिमोल ने कहा ‘‘हमने अपने बैंक जरिए राउंड ट्रिपिंग का एक भी ऐसा मामला नहीं देखा है.’’ उन्होंने कहा ‘‘न सिर्फ केंद्रीय बैंक बल्कि राजस्व और अन्य विभाग भी राउंडट्रिपिंग या अन्य किसी प्रकार की अनियमितता की निगरानी करते रहते हैं.’’तिमोल ने कहा ‘‘यहां नियम बेहद सख्त हैं और हमारे बैंकों के जरिए राउंड ट्रिपिंग की कोई गुंजाइश नहीं है.’’ उन्होंने कहा ‘‘यहां के नियम यह सुनिश्चित करते हैं कि मारीशस के बैंकों का उपयोग मनी लांडरिंग की गतिविधियों या राउंड ट्रिपिंग के लिए न किया जाए.’’
तिमोल ने कहा ‘‘इसके अलावा भारत बेहद महत्वपूर्ण भागीदार है और हम इस बात का विशेष ख्याल रखते हैं कि भारत में निवेश करने वाली कपंनियां नियमों का पालन करें और हम भारतीय अधिकारियों के साथ इस बात का पता लगाने में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हैं कि जो धन भारत से आ रहा या वहां निवेश के लिए जा रहा है वह वैध है, काला धन नहीं है.’’