बीजिंग: अपने प्रधानमंत्री ली क्विंग के इस्लामाबाद दौरे से पहले चीन ने नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार के अंतर्गत पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों में किसी तरह के बदलाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा है कि दोनों देशों के बीच सदाबहार रिश्ता कायम रहेगा.
ली आगामी 22 मई को पाकिस्तान पहुंच रहे हैं. आम चुनाव में जीत हासिल करने के बाद शरीफ की पहली बार किसी विदेशी नेता के साथ मुलाकात होगी. चीन के विदेश उप मंत्री सोंग ताओ ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के साथ मित्रवत संबंध विकसित करना चीन की सभी सरकारों के लिए तय नीति है. इसी तरह से चीन के साथ मित्रवत संबंध विकसित करना पाकिस्तान की विदेश नीति का प्रमुख हिस्सा है.’’ ली के पाकिस्तान दौरे से पहले मीडिया के साथ बातचीत में सोंग ने कहा कि पाकिस्तान चुनाव के नतीजों का प्रधानमंत्री के इस्लामाबाद दौरे पर कोई असर नहीं होगा.प्रधानमंत्री बनने के बाद ली का यह पहला विदेश दौरा है जिसकी शुरुआत 19 मई को भारत पहुंचने के साथ होगी. भारत में तीन दिन तक रहने के बाद वह पाकिस्तान, स्विट्जरलैंड और जर्मनी जाएंगे.
चीन के विदेश उप मंत्री सोंग ने कहा, ‘‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि चीन और पाकिस्तान के बीच किसी भी तरह के अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय हालात पैदा हो. दोनों के बीच रिश्ता मजबूत बना रहेगा.’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आम चुनाव होने के ठीक बाद ली के दौरे से स्पष्ट संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच किस उंचे स्तर का विश्वास और खास तरह की दोस्ती है.अपने पाकिस्तान प्रवास के दौरान ली राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पाकिस्तान के कई दूसरे नेताओं से मुलाकात करेंगे.ली चीन और पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों पर भाषण देंगे और उन लोगों से मुलाकात करेंगे जिन्होंने इस रिश्ते को मजबूत बनाने में योगदान दिया है.