वाशिंगटन : उम्र आड़े नहीं आती अगर ललक हो तो. 75 साल से अधिक समय लगा लेकिन उसने प्रयास नहीं छोडा और आखिरकार 94 साल की उम्र में कालेज से डिग्री लेने जा रहा है. द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल होने से पहले मोरगनटाउन के एंथनी ब्रूटो ने 1939 में वेस्ट वर्जीनिया यूनिवर्सिटी (डब्ल्यूवीयू) में दाखिला लिया था.
विश्वविद्यालय ने बताया कि जब 1942 में वह स्नातक होने के करीब था उसे कालेज छोडना पडा. वह सेना में शामिल हो गया और द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति तक करीब साढे तीन साल तक सेवा दी.
ब्रूटो युद्ध के दौरान अधिकांश समय वेनिस , फ्लोरिडा तैनात रहा. युद्ध के बाद उसने एक स्थानीय सीमेंट प्लांट में अपने पिता और भाईयों के साथ काम करना शुरु किया. वह हालांकि अभी भी कालेज जाना चाहता था.
1946 में उसने फिर डब्ल्यूवीयू में दाखिला लिया. लेकिन जब वह स्नातक होने को था उसे फिर पढाई छोडनी पडी क्योंकि बीमार पत्नी की देखभाल को उसने तवज्जो दी.
बू्रटो विश्वविद्यालय के इतिहास में सबसे उम्रदराज स्नातक होगा जब उसे 17 मई को रीजेन्ट्स बैचलर आफ आर्ट डिग्री से करीब 4500 छात्रों के साथ डिप्लोमा मिलेगा.