विक्टोरिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण के तहत मंगलवार देर रात सेशेल्स की राजधानी में पहुंचे. उन्होंने कहा कि हिंद महासागर के द्वीपीय देशों के साथ मजबूत संबंध भारत की सुरक्षा और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं. प्रधानमंत्री तीन देशों की अपनी यात्रा के दौरान मॉरीशस और श्रीलंका भी जाएंगे.
मोदी एयर इंडिया के विशेष विमान से तकरीबन छह घंटे की यात्रा के बाद सेशेल्स की राजधानी पहुंचे.विगत 33 वर्षों में सेशेल्स की यात्रा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं.मोदी ने रवानगी से पहले अपने बयान में कहा, ‘‘हिंद महासागर क्षेत्र के तीन द्वीपीय देशों की मेरी यात्रा भारत के सन्निकट और विस्तृत पडोस में हमारी विदेश नीति की प्राथमिकताओं को झलकाती है. भारत इस क्षेत्र के साथ रिश्तों को प्रगाढ करने को अत्यंत महत्व देता है जो भारत की सुरक्षा और प्रगति के लिए आवश्यक है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘सेशेल्स के साथ भारत के रिश्ते आपसी विश्वास और साझा मूल्यों की बुनियाद पर बने हैं. मैं भारत के अच्छे दोस्त और सेशेल्स के राष्ट्रपति जेम्स माइकल के साथ अपनी मुलाकात को लेकर बहुत उत्साहित हूं.’’ प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव एस जयशंकर भी यात्रा पर गये हैं.
सेशेल्स के बाद मोदी 11-12 मार्च को मॉरीशस जाएंगे. उसके बाद वह 13-14 मार्च को श्रीलंका की यात्रा पर जाएंगे.मोदी ने कहा, ‘‘भारत इस क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाने को काफी महत्व देता है, जो भारत की सुरक्षा और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं.’’
मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब चीन हिंद महासागर क्षेत्र पर अपना ध्यान बढा रहा है. मोदी इन देशों के साथ अपनी प्रतिबद्धताओं को नये सिरे से जाहिर कर सकते हैं जहां भारत सुरक्षा के संदर्भ में अपनी भूमिका पर विचार कर रहा है.
पिछले 28 साल में श्रीलंका की यात्र करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री मोदी भारत और तीनों हिंद महासागरीय अर्थव्यवस्थाओं के बीच महत्वपूर्ण सद्भाव तथा ऐतिहासिक संबंधों को रेखांकित करेंगे.
मोदी ने यह भी कहा कि भारत के इन तीनों देशों से मजबूत, बहुआयामी तथा महत्वपूर्ण संबंध हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वे हमारी विदेश नीति में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं.’’ सेशेल्स के बाद मोदी मॉरीशस जाएंगे जहां वह 12 मार्च को स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेंगे। 12 मार्च की तारीख सभी भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि महात्मा गांधी ने 1930 में इसी तारीख को अपना दांडी मार्च शुरु किया था.