न्यूयॉर्क : अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की सच्चाइयों को समाने लाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बेटी अमृत सिंह को अमेरिका में सम्मान मिला है.
अमृत की रिपोर्ट सीआईए के घिनौने चेहरे को उजागर करती है, जिसमें उन्होंने बताया है कि किस प्रकार सीआईए लोगों को प्रताडित करती है. अमृत सिंह को मानवाधिकार कानून की रक्षा से जुड़े उनके अभूतपूर्व कार्य के लिए सम्मानित किया गया है. उनके साथ सम्मान पाने वालों में अमेरिकी सांसद अमी बेरा और द यूनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआइडी) के प्रमुख राज शाह शामिल हैं.
अमृत (43) प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सबसे छोटी पुत्री हैं. वह न्यूयॉर्क स्थित ओपन सोसाइटी जस्टिस इनिशिएटिव में राष्ट्रीय सुरक्षा एवं आतंकवाद प्रतिकार मुद्दों की वरिष्ठ विधि अधिकारी हैं. उन्हें इंडिया अब्रॉड संस्था द्वारा शुक्रवार को आयोजित समारोह में इंडिया अब्रॉड पब्लिशर का स्पेशल अवार्ड फॉर एक्सेलेंस-2012 प्रदान किया गया. अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए द्वारा लोगों को प्रताड़ित किए जाने पर आधारित अमृत की रिपोर्ट ‘ग्लोबलाइजिंग टॉर्चर : सीआइए सीक्रेट टॉर्चर एंड एक्ट्राआर्डिनरी रेंडिशन’ को अंतरराष्ट्रीय मीडिया का बहुत ज्यादा ध्यान आकृष्ट किया था.
इसमें वैश्विक यातना के संजाल का बहुत बारीकी व विस्तार से वर्णन है. इसे ओपन सोसाइटी जस्टिस इनिशिएटिव द्वारा गत फरवरी में प्रकाशित किया गया था. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान सहित 54 देशों ने अलकायदा के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए के लिए अपने सीमा क्षेत्र में जेल और हिरासत में रखने, पूछताछ करने और संदिग्ध आतंकियों को यातना देने में सहायता की.